हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में नल-जल योजनाओं कीअधूरे कार्यों पर सभापति की नाराजगी,सभापति ने दी कड़ी चेतावनी: मानकहीन कार्य नहीं होगा हैंडओवर,

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हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में नल-जल योजनाओं की हकीकत: सभापति व वुडको महाप्रबंधक ने किया व्यापक निरीक्षण

अमृत योजना के तहत प्रगति की वास्तविक तस्वीर सामने आई




हाजीपुर, 10 दिसंबर 2025।
हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में अमृत योजना के तहत चल रहे नल-जल आपूर्ति कार्यों की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए नगर परिषद की सभापति डॉ. संगीता कुमारी और वुडको (WUDCO) के उत्तर बिहार के महाप्रबंधक श्री राजेंद्र कुमार ने आज संयुक्त रूप से कई वार्डों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएं, अधूरे कार्य और गुणवत्ता से समझौता करने जैसी गंभीर कमियां सामने आईं, जिन्हें लेकर सभापति ने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

यह निरीक्षण ऐसे समय में किया गया है जब वुडको के एमडी का हाजीपुर दौरा तय है और उनकी समीक्षा बैठक को देखते हुए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। नगर परिषद प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कार्यस्थल पर चल रही परियोजनाओं की वस्तुस्थिति स्पष्ट रूप से सामने रहे और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर तत्काल कार्रवाई हो।


विभिन्न इलाकों का दौरा, अधूरे कार्यों पर सभापति की नाराजगी

मड़ई चौक से लेकर सीता चौक तक गुणवत्ता पर उठे सवाल

निरीक्षण टीम ने मड़ई चौक, भवानी चौक, राजपूत नगर, पासवान चौक, सीता चौक सहित नगर के विभिन्न मोहल्लों का दौरा किया। इन इलाकों में नल-जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने और पिलर-नल लगाने का कार्य किया जाना था।
लेकिन निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आईं—

  • कई स्थानों पर पाइपलाइन अधूरी पड़ी मिली

  • कहीं नल गलत स्थान पर लगाए गए थे

  • कई नल ऐसे थे जो अभी तक फिट नहीं किए गए

  • कुछ जगह पर पाइप बिछाने का कार्य तकनीकी मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया

  • बिछाई गई पाइपलाइन को ढंग से रीकवर नहीं किया गया, जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कत हो रही है

इन कमियों को मौके पर ही वुडको के अधिकारियों को दिखाते हुए सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने कहा कि अधूरा और मानकहीन कार्य नगर परिषद किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने स्थानीय लोगों की शिकायतों का उल्लेख करते हुए कहा कि—

“जब कार्य अधूरा या गलत तरीके से किया जाता है, तो सबसे पहले नगर परिषद पर ही उंगली उठती है और जनता का आक्रोश हमें झेलना पड़ता है। वुडको को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए।”


सभापति ने दी कड़ी चेतावनी: मानकहीन कार्य नहीं होगा हैंडओवर

पहले कार्य गुणवत्ता के साथ पूरा हो, तभी मिलेगा नगर परिषद का हस्ताक्षर”—सभापति आज

निरीक्षण के दौरान सभापति ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नगर परिषद केवल उन्हीं कार्यों को स्वीकार करेगी, जिनमें गुणवत्ता, मजबूती और वास्तविक आवश्यकता का पालन हो।
उन्होंने कहा—

“नल-जल योजना लोगों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण सुविधा है। अगर पाइपलाइन ही सही ढंग से नहीं बिछेगी या नल सही जगह पर नहीं लगे होंगे, तो समस्या बढ़ेगी। इसलिए वुडको पहले अपना कार्य 100% गुणवत्ता के साथ पूरा करे, तब ही हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू होगी।”

सभापति ने यह भी बताया कि कई जगह स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि कार्य अधूरा छोड़ देने के कारण रास्ते टूटा पड़ा है, गंदगी जमा हो रही है और पानी की आपूर्ति बाधित रहती है। ऐसे मामलों पर तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया गया है।


वुडको महाप्रबंधक ने दी सफाई, कहा—“अधिकांश कार्य पूरे, जल्द होगा हैंडओवर”

शेष कार्यों को तेजी से पूरा करने का दिया आश्वासन

निरीक्षण के दौरान वुडको के उत्तर बिहार महाप्रबंधक श्री राजेंद्र कुमार ने बताया कि नल-जल योजना के अंतर्गत अधिकांश काम पूरा हो चुका है और कुछ स्थानों पर तकनीकी कारणों एवं मौसम के प्रभाव के कारण कार्य में देरी हुई है।
उन्होंने कहा—

“हमारी टीम तेजी से काम कर रही है। जो भी कमियां हैं उन्हें जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। बहुत जल्द पूरी परियोजना नगर परिषद को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।”

महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि वुडको पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहा है और नगर परिषद के सुझावों तथा शिकायतों को प्राथमिकता दी जा रही है।


नल-जल योजना की जरूरत और चुनौतियाँ

शहरी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण जलापूर्ति मुख्य लक्ष्य

अमृत योजना का मुख्य उद्देश्य शहरों में पाइपलाइन आधारित जलापूर्ति प्रणाली को मजबूत करना और प्रत्येक घर तक स्वच्छ पेयजल पहुँचाना है।
लेकिन इस योजना के क्रियान्वयन के दौरान कई चुनौतियाँ सामने आती हैं—

  • पुरानी गलियों में पाइपलाइन बिछाने की समस्या

  • बारिश और मौसम संबंधी बाधाएँ

  • टेंडर और ठेकेदार आधारित देरी

  • तकनीकी टीमों का अभाव

  • स्थानीय निवासियों की शिकायतें और अवरोध

हाजीपुर का भूगोल और घनी आबादी को देखते हुए यह चुनौती और बढ़ जाती है। ऐसे में प्रशासन और वुडको के बीच बेहतर तालमेल आवश्यक है।


एमडी के आगमन से पहले तेज हुई गतिविधियाँ

निरीक्षण और समीक्षा की रफ्तार बढ़ी

वुडको के एमडी का हाजीपुर दौरा होने वाला है। उसी को ध्यान में रखते हुए नल-जल योजना के कार्यों की रफ्तार बढ़ गई है।
निगरानी और निरीक्षणों की संख्या भी बढ़ाई गई है, ताकि एमडी के सामने एक स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत की जा सके। नगर परिषद का कहना है कि—

“हम चाहते हैं कि जब परियोजना एमडी के सामने प्रस्तुत हो तो वह पूरी पारदर्शिता के साथ वास्तविक स्थिति दिखाए।”


स्थानीय लोगों की उम्मीदें: “हमें सिर्फ सुचारू पानी चाहिए”

निरीक्षण के दौरान कई स्थानीय नागरिकों ने सभापति से अपनी समस्याएँ साझा कीं। लोगों का कहना था कि—

  • कई स्थानों पर महीनों से नल नहीं लग पाया है

  • जहाँ लगा है, वहाँ पानी की आपूर्ति अनियमित है

  • पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है

  • बारिश में मिट्टी धंसने से समस्या और बढ़ गई है

हालांकि नगर परिषद ने आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा।



हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में नल-जल योजना की प्रगति का यह निरीक्षण प्रशासनिक सक्रियता का सकारात्मक संकेत है। सभापति और वुडको महाप्रबंधक की संयुक्त कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि—

  • अधूरा काम बर्दाश्त नहीं होगा

  • जनता की समस्या सर्वोपरि है

  • गुणवत्ता के मानक से कोई समझौता नहीं किया जाएगा

नगर परिषद का रुख साफ है कि जब तक कार्य पूरी तरह संतोषजनक नहीं हो जाता, तब तक उसे अपने अधीन नहीं लिया जाएगा। इससे आने वाले दिनों में हाजीपुरवासियों को बेहतर जल-आपूर्ति सेवा मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।


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