कृष्ण जन्मोत्सव 2025: हाजीपुर में धूमधाम से निकलेगा भव्य शोभा यात्रा, यदुवंशी सेना ने शुरू की आयोजन कि तैयारी।
हाथी-घोड़े, ढोल-नगाड़े और भव्य झांकियों से सजेगा शहर, हजारों श्रद्धालु होंगे शामिल
🔱 भव्यता और आस्था का संगम: हाजीपुर में अनोखे अंदाज में मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव
हाजीपुर, वैशाली:
इस वर्ष भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हाजीपुर में बेहद धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। हर साल की भांति इस बार भी हाजीपुर की यदुवंशी सेना आयोजन की कमान संभालेगी, लेकिन इस बार की तैयारी कुछ अलग और खास होने जा रही है।
जिला अध्यक्ष मुनटुन राय ने जानकारी दी कि वर्ष 2025 का कृष्ण जन्मोत्सव ऐतिहासिक और यादगार बनने जा रहा है। भव्य झांकियों, रथ यात्रा, भंडारे और भक्ति संगीत से पूरा हाजीपुर कृष्णमय हो जाएगा।
🐘 हाथी, घोड़े और बैंड-बाजों के साथ निकलेगा भव्य शोभा यात्रा
यदुवंशी सेना के नेतृत्व में शोभा यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से निकाली जाएगी। इस शोभा यात्रा में पारंपरिक झांकियां, श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं का मंचन, राधा-कृष्ण की झलकियां, ग्वाल-बालों की टोली, ढोल-नगाड़े, मटकी फोड़ प्रतियोगिता और रथ पर विराजमान भगवान कृष्ण की भव्य मूर्ति लोगों का आकर्षण का केंद्र होंगी।
विशेष रूप से इस बार यात्रा में हाथी और घोड़े भी शामिल होंगे, जो शोभा यात्रा को राजसी रूप देंगे। बैंड-बाजों की मधुर धुनों पर भक्तगण नाचते-गाते चलेंगे।
हाजीपुर के विभिन्न स्थानों पर थीम आधारित झांकियां तैयार की जा रही हैं, जिनमें श्रीकृष्ण के जीवन की प्रमुख घटनाओं को दर्शाया जाएगा – जैसे पूतना वध, कालिया नाग मर्दन, गोवर्धन लीला, माखन चोरी और रासलीला।
इन झांकियों को स्थानीय कलाकारों द्वारा सजाया जाएगा और लाइटिंग तथा ध्वनि प्रभावों के माध्यम से जीवंत किया जाएगा। इस अवसर पर पूरा हाजीपुर शहर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाता नजर आएगा।
🍲 भव्य भंडारा का आयोजन: प्रसाद में छप्पन भोग की तैयारी
कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हाजीपुर और आसपास के हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे। भंडारे में खास रूप से छप्पन भोग तैयार किया जाएगा, जो भगवान कृष्ण को अर्पित कर प्रसाद स्वरूप लोगों में वितरित किया जाएगा।
प्रसाद वितरण के लिए सैकड़ों स्वयंसेवकों की टीम तैनात की गई है, जो पूरी व्यवस्था को सुचारु और अनुशासित ढंग से संचालित करेंगे।
🕛 रात 12 बजे कृष्ण जन्म की झांकी: विशेष आरती और मंत्रोच्चारण
जन्माष्टमी की रात 12 बजे, जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का समय होगा, विशेष झांकी में भगवान का प्राकट्य दृश्य दिखाया जाएगा। मंत्रोच्चारण, शंखनाद, घंटे-घड़ियाल और फूलों की वर्षा के साथ संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो जाएगा।
इस अवसर पर स्थानीय मंदिरों में भी विशेष आरती, भजन-कीर्तन और भगवद कथा का आयोजन होगा, जिसमें संतों और विद्वानों द्वारा श्रीकृष्ण के जीवन पर प्रवचन दिए जाएंगे।
🧒 बाल गोपाल बनकर उतरेंगे बच्चे – मटकी फोड़ प्रतियोगिता बनेगी आकर्षण
कृष्ण जन्मोत्सव में स्थानीय बच्चों द्वारा बाल गोपाल, राधा और ग्वाल-बाल का रूप धारण कर झांकियों में भाग लेना एक मुख्य आकर्षण होगा। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे बच्चों की टोली भक्तों को भावविभोर कर देगी।
इसके अलावा, मटकी फोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें युवा मंडलियों की टोली ऊँचाई पर लटकी मटकी को फोड़ने की कोशिश करेगी। यह दृश्य श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की जीवंत प्रस्तुति होगी।
🎤 स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक मंच पर होगा कार्यक्रम
कार्यक्रम स्थल पर एक विशेष सांस्कृतिक मंच भी तैयार किया जाएगा, जहां स्थानीय कलाकारों द्वारा श्रीकृष्ण लीला, रास-नृत्य और भक्ति संगीत की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इस मंच पर भजन संध्या और कीर्तन रात्रि तक चलेगा।
: हाजीपुर बनेगा कृष्णमय, जन-जन में गूंजेगा 'नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की!'
कृष्ण जन्माष्टमी केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति और श्रद्धा की गहरी जड़ें दर्शाता है। हाजीपुर में इस बार यदुवंशी सेना द्वारा आयोजित यह पर्व एक अनोखा अनुभव देने वाला है। जहां एक ओर भक्ति का रंग होगा, वहीं दूसरी ओर सांस्कृतिक झलकियों से शहर का कोना-कोना सजीव हो उठेगा।
हर कोई इस अद्भुत आयोजन का हिस्सा बनकर श्रीकृष्ण के प्रेम, करुणा और लीलाओं से जुड़ने के लिए तैयार है।

