🔴 ब्रेकिंग न्यूज़ वैशाली: हाजीपुर के एसडीओ रोड में NIA की बड़ी छापेमारी, AK-47 केस से जुड़ा मामला
हाजीपुर, वैशाली (8 अक्टूबर 2025) — मुजफ्फरपुर जिले में मुखिया नंदकिशोर यादव उर्फ भोला राय के घर से AK-47 राइफल की बरामदगी के बाद मामला अब और गंभीर रूप लेता जा रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इसी केस की कड़ी में मंगलवार देर रात हाजीपुर के एसडीओ रोड स्थित एक घर पर बड़ी छापेमारी की है। यह छापेमारी संदीप कुमार सिंह उर्फ छोटू लाल के घर पर की गई, जिन पर इस नेटवर्क से जुड़ाव का शक है।
🔹 AK-47 बरामदगी का पृष्ठभूमि
इस पूरे मामले की जड़ मुजफ्फरपुर जिले के एक चर्चित गांव में है, जहाँ कुछ दिनों पहले मुखिया नंदकिशोर यादव उर्फ भोला राय के घर से AK-47 राइफल बरामद की गई थी।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यह हथियार किसी बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। घटना के बाद से ही NIA ने पूरे नेटवर्क की तहकीकात शुरू कर दी थी। शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाले नाम सामने आए, जिनमें अब हाजीपुर का नाम भी जुड़ गया है।
🔹 हाजीपुर में NIA की रेड: घर से पिस्टल, गोली और नकद बरामद
मंगलवार की सुबह NIA की एक विशेष टीम हाजीपुर पहुंची और एसडीओ रोड स्थित संदीप कुमार सिंह उर्फ छोटू लाल के घर पर छापेमारी शुरू की।
छापेमारी करीब चार घंटे तक चली, जिसमें एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामान जब्त किए। सूत्रों के अनुसार, टीम को वहां से एक पिस्टल, 20 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन और करीब 4 लाख रुपये नकद मिले हैं।
एनआइए की टीम ने सभी सामान जब्त कर लिया है और फिलहाल इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बरामदगी के बाद हाजीपुर कनेक्शन की जांच और गहराई से होगी।
🔹 एनआइए की टीम का गठन और कार्रवाई का तरीका
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस केस के लिए एक विशेष जांच टीम गठित की है जिसमें पटना, दिल्ली और झारखंड यूनिट के अधिकारी शामिल हैं।
यह टीम पिछले कुछ दिनों से बिहार के कई जिलों में लगातार छापेमारी कर रही है, जिनमें मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा शामिल हैं।
छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया था ताकि किसी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हाजीपुर शहर के एसडीओ रोड क्षेत्र को छापेमारी के दौरान अस्थायी रूप से सील कर दिया गया था।
🔹 स्थानीय लोगों में मची हलचल
एनआइए की कार्रवाई की खबर मिलते ही पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
एसडीओ रोड के आस-पास के लोग सुबह-सुबह जब अपने काम पर निकल रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि कई गाड़ियों में सवार सशस्त्र अधिकारी किसी घर के बाहर तैनात हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि NIA की टीम ने किसी को भी पास नहीं आने दिया और पूरे घर की बारीकी से तलाशी ली।
एक स्थानीय निवासी ने बताया —
“सुबह से ही दर्जनों अधिकारी इधर-उधर घूम रहे थे, किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। बाद में पता चला कि यह NIA की टीम है।”
🔹 मुख्य आरोपी भोला राय से जुड़ा नेटवर्क
जांच एजेंसी को संदेह है कि मुजफ्फरपुर के मुखिया भोला राय और उनके कुछ सहयोगियों ने अवैध हथियारों की सप्लाई का नेटवर्क तैयार किया था।
इस नेटवर्क में हाजीपुर, पटना और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों तक के लोग शामिल हो सकते हैं।
एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि AK-47 राइफल बिहार में कैसे पहुंची और इसके पीछे कौन-कौन से लोग सक्रिय हैं।
अब तक की जानकारी के मुताबिक, संदीप कुमार सिंह उर्फ छोटू लाल का नाम इसी नेटवर्क में बतौर सप्लायर या सहयोगी के रूप में सामने आया है।
🔹 NIA की जांच में सामने आए नए सूत्र
छापेमारी के बाद NIA को कई अहम दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं जिनमें बैंक लेनदेन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), और कुछ संदिग्ध व्हाट्सएप चैट शामिल हैं।
एजेंसी अब इन सभी डेटा का विश्लेषण कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पैसे और हथियारों का लेनदेन किस चैनल के माध्यम से हो रहा था।
साथ ही, बरामद नकदी के स्रोत की भी जांच की जा रही है — क्या यह रकम हथियार सौदेबाजी से जुड़ी थी या किसी अन्य गतिविधि से संबंधित है।
🔹 स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका
वैशाली जिला प्रशासन और हाजीपुर पुलिस ने बताया कि छापेमारी की पूरी प्रक्रिया में वे NIA को सहयोग कर रहे हैं।
हालांकि, यह मामला पूरी तरह से राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधीन है, इसलिए स्थानीय पुलिस केवल आवश्यक सुरक्षा और समन्वय प्रदान कर रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया —
“हमने क्षेत्र को सुरक्षित किया और भीड़ को नियंत्रित रखा। यह कार्रवाई पूरी तरह से NIA की थी, हमारे अधिकारी केवल सपोर्ट में थे।”
🔹 राजनीतिक हलकों में चर्चा
AK-47 केस और उसके बाद हाजीपुर में हुई NIA की रेड ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है।
कुछ नेताओं ने इसे “कानून-व्यवस्था पर सवाल” बताया तो कुछ ने NIA की सक्रियता की सराहना की।
हालांकि, अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
🔹 NIA की अगली कार्रवाई पर नजर
NIA अब बरामद पिस्टल और कारतूस को फॉरेंसिक लैब भेजने की तैयारी में है।
साथ ही, संदीप कुमार सिंह और उनसे जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ की जा सकती है।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क के और कई तार सामने आ सकते हैं।
एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि क्या AK-47 राइफल किसी अंतर्राज्यीय या अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह से जुड़ी है या नहीं।
🔹 सारांश: सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी बढ़ी
हाजीपुर और आसपास के जिलों में अब सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधि बढ़ा दी गई है।
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और होटल क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
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हाजीपुर में हुई यह NIA की छापेमारी केवल एक स्थान विशेष की कार्रवाई नहीं, बल्कि बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क के खिलाफ जारी जांच की अहम कड़ी है।
AK-47 जैसे खतरनाक हथियार का बरामद होना और उससे जुड़े नामों का सामने आना बिहार में सुरक्षा तंत्र के लिए बड़ी चुनौती है।
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में NIA की जांच में और कौन-कौन से नाम और रहस्य उजागर होते हैं।
रिपोर्ट: रूपेश कुमार सिंह
स्थान: हाजीपुर, वैशाली (बिहार)
दिनांक: 08 अक्टूबर 2025

