सोशल मीडिया का रंगदार, जंदाहा से गिरफ्तार सोशल मीडिया पर रंगदारी की हकीकत उजागर: हथियार के साथ वीडियो पोस्ट करने वाले युवक गिरफ्तार,

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 सोशल मीडिया पर रंगदारी की हकीकत उजागर: हथियार के साथ वीडियो पोस्ट करने वाले युवक गिरफ्तार





सोशल मीडिया पर “रंगदार” बनने की कोशिश पड़ी भारी

सोशल मीडिया पर खुद को “रंगदार” और दबंग दिखाने की कोशिश आखिरकार एक युवक को भारी पड़ गई। हथियार लहराते हुए वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर दहशत फैलाने वाले युवक की रंगदारी वैशाली पुलिस ने पूरी तरह निकाल दी। पुलिस की मुस्तैदी से न केवल उसके मंसूबों पर पानी फिर गया, बल्कि कानून के सामने उसकी दबंगई भी बेनकाब हो गई।





वैशाली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

वैशाली जिले की जंदाहा थाना पुलिस ने सटीक सूचना और त्वरित कार्रवाई करते हुए हथियार के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सोशल मीडिया पर खुद को “स्व-घोषित रंगदार” बताने वाला रघुनाथ कुमार यादव भी शामिल है, जो अक्सर हथियार लहराते हुए वीडियो और पोस्ट डालकर लोगों में भय पैदा करने की कोशिश करता था।

पुलिस के अनुसार, दोनों युवक किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। समय रहते की गई कार्रवाई से एक संभावित अपराध टल गया।





गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जंदाहा थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के रामपुर चकलाला स्थित एक आम के बगीचे में दो संदिग्ध युवक हथियार और मोटरसाइकिल के साथ मौजूद हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई।

रात करीब 11 बजे सशस्त्र पुलिस बल मुनेश्वर चौक से रवाना हुआ। स्थानीय चौकीदार की मदद से इलाके की घेराबंदी की गई ताकि संदिग्धों को भागने का मौका न मिले।


आम के बगीचे में घेराबंदी, भागने की कोशिश नाकाम

करीब 12 बजे पुलिस टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक कच्ची सड़क के रास्ते भागने लगे। अंधेरे का फायदा उठाकर फरार होने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पीछा किया और कुछ ही दूरी पर दोनों को धर दबोचा।

इस दौरान पुलिस ने पूरी सावधानी बरती ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो। आखिरकार दोनों युवकों को सुरक्षित रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।


गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

पकड़े गए आरोपियों की पहचान

  • रघुनाथ कुमार यादव – स्व-घोषित रंगदार, सोशल मीडिया पर हथियार के साथ वीडियो पोस्ट करने के लिए चर्चित

  • अनीष कुमार – रघुनाथ का सहयोगी

दोनों आरोपी समस्तीपुर जिले के शाहपुर पटोरी थाना क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस दोनों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।


सोशल मीडिया बना अपराध का मंच

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया अपराधियों के लिए “दिखावे का मंच” बनता जा रहा है। हथियार के साथ वीडियो, आपत्तिजनक गाने, धमकी भरे डायलॉग और दबंगई दिखाने वाले पोस्ट युवाओं को गलत दिशा में ले जा रहे हैं।

रघुनाथ यादव भी इसी प्रवृत्ति का उदाहरण है, जो सोशल मीडिया पर खुद को बड़ा अपराधी दिखाकर लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश करता था। पुलिस की नजर लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर थी।


बड़ी वारदात की थी तैयारी

प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों युवक किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे। हालांकि पुलिस इस मामले में अभी विस्तृत जानकारी साझा नहीं कर रही है, लेकिन माना जा रहा है कि समय रहते गिरफ्तारी न होती तो क्षेत्र में बड़ी घटना हो सकती थी।

पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि

  • हथियार कहां से लाए गए

  • किसी गिरोह से जुड़े हैं या नहीं

  • पहले भी किसी वारदात में शामिल रहे हैं या नहीं


पुलिस की सतर्कता से टली अनहोनी

इस कार्रवाई को पुलिस की सतर्कता और खुफिया तंत्र की बड़ी सफलता माना जा रहा है। रात के समय, सीमित संसाधनों के बावजूद, पुलिस टीम ने जिस तरह से घेराबंदी कर गिरफ्तारी की, वह सराहनीय है।

स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा की है और कहा है कि ऐसे युवकों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि समाज में गलत संदेश न जाए।


युवाओं को चेतावनी: सोशल मीडिया पर दिखावा पड़ेगा महंगा

इस घटना के बाद पुलिस ने युवाओं को सख्त चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर हथियार के साथ फोटो या वीडियो पोस्ट करना कानूनन अपराध है। ऐसा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस का कहना है कि

  • हथियार का प्रदर्शन गैरकानूनी है

  • सोशल मीडिया पोस्ट भी सबूत माने जाते हैं

  • “रंगदारी” दिखाने की कोशिश सीधे जेल पहुंचा सकती है


कानून के सामने नहीं चलती रंगदारी

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि कानून के सामने कोई भी रंगदारी नहीं चलती। सोशल मीडिया पर खुद को बड़ा अपराधी दिखाने वाले युवक जब कानून के शिकंजे में आते हैं, तो उनकी हकीकत सामने आ जाती है।

वैशाली पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ एक संभावित अपराध रुका है, बल्कि समाज को यह संदेश भी गया है कि अपराध चाहे ऑनलाइन हो या जमीन पर, पुलिस की नजर से बच नहीं सकता।


निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर हथियार लहराकर खुद को “रंगदार” बताने वाले रघुनाथ यादव और उसके सहयोगी की गिरफ्तारी एक मिसाल है। यह घटना उन युवाओं के लिए सबक है जो थोड़ी सी ऑनलाइन शोहरत के लिए अपराध की राह चुन लेते हैं।

पुलिस की मुस्तैदी, खुफिया सूचना और त्वरित कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अपराधियों की जगह सिर्फ एक ही है—कानून के कटघरे में।

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