देसरी थाना क्षेत्र के मुरौतपुर में करंट लगने से युवक की मौत, बाजार जाते समय बिजली के पोल में आया करंट बना काल,

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 देसरी थाना क्षेत्र के मुरौतपुर में करंट लगने से युवक की मौत

हादसा: बाजार जाते समय बिजली के पोल में आया करंट बना काल

वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरौतपुर गांव में 2 अक्टूबर 2025 को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें बिजली के करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान विनोद राय (उम्र लगभग 42 वर्ष), पिता जोगिन्द्र राय, निवासी सामनपुर मुरौवतपुर, थाना देसरी के रूप में हुई है।





बारिश के बीच घटी घटना

जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह करीब 10:30 बजे विनोद राय किसी आवश्यक कार्य से बाजार जा रहे थे। उसी दौरान मौसम खराब था और रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। जब वे अपने घर से कुछ ही दूरी पर पहुंचे, तो वहां लगे एक पुराने बिजली के पोल से अचानक करंट प्रवाहित हो रहा था। जैसे ही वे पोल के पास पहुंचे, करंट की चपेट में आकर वे जोरदार झटके से गिर पड़े।




मौके पर मची अफरातफरी

घटना होते ही आसपास अफरातफरी मच गई। चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग वहां पहुंचे और तुरंत उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद विनोद राय को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।


ग्रामीणों का आक्रोश

बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल

ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ही इस तरह की दुर्घटनाएं हो रही हैं। लंबे समय से गांव के कई बिजली पोल जर्जर हालत में हैं, जिनमें से कई जगह तारें खुले पड़े हैं। बारिश होने पर करंट फैलने का खतरा और बढ़ जाता है। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

विरोध और प्रदर्शन की संभावना

मृतक विनोद राय की मौत के बाद ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि अगर समय रहते बिजली विभाग कार्रवाई करता तो यह हादसा टल सकता था। संभावना जताई जा रही है कि ग्रामीण विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।


मृतक के परिवार की स्थिति

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

विनोद राय परिवार के लिए कमाने वाले व्यक्ति थे। उनके अचानक यूं चले जाने से परिवार गहरे संकट में पड़ गया है। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि यह मौत किसी प्राकृतिक कारण से नहीं, बल्कि सीधे-सीधे विभागीय लापरवाही की देन है।

आर्थिक मुआवजे की मांग

परिवार और ग्रामीण प्रशासन से उचित मुआवजा एवं जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग को मृतक के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और नौकरी जैसी सुविधाएं देनी चाहिए।


प्रशासन की भूमिका

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

घटना की सूचना मिलते ही देसरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि परिजनों की ओर से लिखित शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उच्चाधिकारियों से हस्तक्षेप की अपेक्षा

ग्रामीण उम्मीद जता रहे हैं कि जिला प्रशासन और उच्च अधिकारी इस मामले में संज्ञान लें और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करें, ताकि आगे ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।


बिजली व्यवस्था पर गंभीर सवाल

जर्जर तार और पोल बने खतरा

वैशाली जिले के कई ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था बदहाल है। जगह-जगह तारें खुले पड़े हैं और पोल जर्जर हो चुके हैं। अक्सर बारिश या आंधी-तूफान में करंट फैलने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। लेकिन विभाग द्वारा इनकी मरम्मत या बदलाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

ग्रामीणों की चेतावनी

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही बिजली व्यवस्था सुधारने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


करंट लगने से मौत: आम समस्या

हर साल कई हादसे

बिजली के करंट से मौत की घटनाएं बिहार के कई हिस्सों में आम हो चुकी हैं। अक्सर खराब वायरिंग, खुले तार और लापरवाही के कारण लोगों की जान जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालात और भी भयावह हैं, जहां लोग जागरूकता के अभाव में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर पाते।

विशेषज्ञों की राय

बिजली विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात के मौसम में बिजली पोल और तारों की समय-समय पर जांच और मरम्मत आवश्यक है। साथ ही, स्थानीय स्तर पर गांवों में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि लोग बरसात में बिजली पोल और तारों से दूर रहें।



देसरी थाना क्षेत्र के मुरौतपुर गांव में हुई यह दर्दनाक घटना न केवल एक परिवार को तबाह कर गई, बल्कि पूरे इलाके में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर गई है। यह हादसा इस बात का प्रमाण है कि विभागीय लापरवाही किस तरह आम लोगों की जिंदगी के लिए खतरा बन रही है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या बिजली विभाग इस हादसे से सबक लेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएगा, या फिर ग्रामीणों को इसी तरह लापरवाही का शिकार होना पड़ेगा। मृतक के परिवार को न्याय और मुआवजा दिलाने के साथ-साथ, पूरे क्षेत्र की बिजली व्यवस्था में सुधार लाना प्रशासन और विभाग की जिम्मेदारी है।


✍️ Writen articles by RUPESH Singh SGNEWS official 



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