राजापाकर की राजनीति में नई दस्तक: मोहित पासवान ने ठोकी ताल, कहा- जनता के विश्वास को नहीं टूटने दूंगा

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 राजापाकर की राजनीति में नई दस्तक: मोहित पासवान ने ठोकी ताल, कहा- जनता के विश्वास को नहीं टूटने दूंगा

गरीब परिवार से जिला परिषद सदस्य और अब विधानसभा की ओर बढ़ता एक युवा जननेता का संघर्षपूर्ण सफर





🔷 राजनीतिक सफर का आगाज: छात्र राजनीति से लेकर जनसेवा तक

राजापाकर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बार चर्चा में हैं मोहित पासवान, जो एक गरीब परिवार से निकलकर देसरी प्रखंड के उफरौल गांव से राजनीति में कदम रखे और जनता के विश्वास के बल पर जिला परिषद सदस्य बने। अब उन्होंने राजापाकर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी ठोक दी है।

मोहित पासवान ने वर्ष 2017 में भारत के प्रथम छात्र संगठन AISF (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन) से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वह वर्तमान में AISF के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। इसके बाद वे वर्ष 2019 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) में शामिल हुए और आज राज्य परिषद सदस्य के तौर पर पार्टी के सांगठनिक ढांचे में सक्रिय हैं।





🔷 जनता का आशीर्वाद बना ताकत: जिला परिषद चुनाव में ऐतिहासिक जीत

14 दिसंबर 2021 को हुए जिला परिषद चुनाव में मोहित पासवान ने शानदार जीत दर्ज की, जिसमें उन्होंने 2000 से अधिक मतों से विरोधी को हराया। यह जीत न सिर्फ उनकी लोकप्रियता का प्रतीक थी, बल्कि एक संकेत भी कि अब राजापाकर की जनता बदलाव चाहती है।

उन्होंने बतौर जिला परिषद सदस्य क्षेत्र की समस्याओं को जमीन पर हल करने की दिशा में कई कार्य किए, जिससे जनता के बीच उनका जनाधार मजबूत हुआ।





🔷 असली विकास वही जो दिखे और टिके: अब लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

अब मोहित पासवान ने विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा—

“राजनीति सिर्फ कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि बदलाव और जनसेवा का माध्यम होनी चाहिए। जिला परिषद में जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के बाद अब समय है कि राजापाकर विधानसभा क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए मैदान में उतरूं।”


🔷 क्या हैं मोहित पासवान की प्राथमिकताएं?

मोहित पासवान का फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार और पारदर्शी प्रशासन पर है। उन्होंने कहा कि राजापाकर विधानसभा क्षेत्र में कई ज्वलंत समस्याएं हैं, जिनके समाधान के लिए वह जनता के बीच जाकर लड़ाई लड़ना चाहते हैं।

🔸 शिक्षा:
सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति, शिक्षक की कमी, बच्चों का पलायन—इन सभी को प्राथमिकता से सुधारने की बात कही है।

🔸 स्वास्थ्य:
अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, दवाइयों की अनुपलब्धता और पीएचसी केंद्रों की बदहाली को सुधारने की योजना।

🔸 सड़क और इन्फ्रास्ट्रक्चर:
राजापाकर क्षेत्र में जर्जर सड़कों की समस्या प्रमुख है। उन्होंने कहा कि “विकास सिर्फ कागजों पर नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए।”

🔸 रोजगार:
स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार व कौशल विकास से जोड़ने की बात कहते हुए उन्होंने बताया कि जिले में छोटे स्तर पर उद्योगों की स्थापना की योजना बनाएंगे।


🔷 छात्र राजनीति की पृष्ठभूमि बनी मजबूत नींव

AISF से जुड़कर छात्र हितों की आवाज बनने वाले मोहित पासवान को युवाओं की समस्याओं की गहरी समझ है। कॉलेजों में सीट की कमी, तकनीकी शिक्षा, छात्रवृत्ति जैसी बातों को लेकर वे कई बार आंदोलन का हिस्सा रहे हैं। यही जमीनी जुड़ाव उन्हें एक युवा जननेता बनाता है।


🔷 जनता के साथ भावनात्मक रिश्ता, नहीं कोई घमंड

एक सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले मोहित पासवान का कहना है—

“मैं गरीब परिवार से आता हूं। मैंने भी वही दर्द झेला है जो आज गांव-गांव के लोग झेल रहे हैं। मैं वादा नहीं करता, काम करता हूं।”

उनकी सादगी, सुलभता और संघर्षशीलता ने उन्हें जनता का प्रिय बना दिया है। हर किसी की चौखट पर पहुंचना, शिकायत सुनना और तत्काल पहल करना उनकी कार्यशैली का हिस्सा है।


🔷 क्यों बन सकते हैं अगला विधायक?

  • जनता से सीधा जुड़ाव और जमीनी पकड़।

  • छात्र से लेकर पंचायत स्तर तक का अनुभव।

  • विकास के लिए समर्पित सोच और टीम वर्क की क्षमता।

  • राजनीति में ईमानदारी और पारदर्शिता को लेकर मजबूत प्रतिबद्धता।


🔷 क्या कहते हैं स्थानीय लोग?

राजापाकर क्षेत्र के कई ग्रामीणों का कहना है—

“पहली बार कोई ऐसा जनप्रतिनिधि देखा जो हर समय लोगों के बीच रहता है। हमारी समस्याओं को समझता है। मोहित जी जैसे लोगों को विधानसभा में जाना चाहिए।”


🔷 सीपीआई के संगठनात्मक समर्थन से मिल सकती है मजबूती

चूंकि मोहित पासवान सीपीआई के राज्य परिषद सदस्य हैं, ऐसे में पार्टी का संगठनात्मक सहयोग भी उन्हें मिलने वाला है। इससे चुनाव में उन्हें विचारधारा और ज़मीनी कार्यकर्ता दोनों स्तर पर बल मिलेगा।


🔷 🔚: “जनता का सेवक बनना हैं नेता नहीं 

मोहित पासवान का यह कथन उनके राजनीतिक दर्शन को स्पष्ट करता है—

“नेता बनने से बड़ा काम है जनता का सच्चा सेवक बनना। मैं वादा नहीं, समाधान देने आया हूं।”

राजापाकर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में यह नई लहर क्या रंग लाएगी, यह तो वक्त तय करेगा। लेकिन इतना तय है कि मोहित पासवान एक ऐसे उम्मीदवार के तौर पर उभरे हैं, जो जनता की नब्ज को समझते हैं, और बदलाव के वाहक बनना चाहते हैं।


रिपोर्ट: संवाददाता, राजापाकर
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