महिला संवाद कार्यक्रम : ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की नई पहल।
राज्यभर में महिला संवाद कार्यक्रम की शुरुआत
बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने एवं उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से 18 अप्रैल 2025 से "महिला संवाद कार्यक्रम" की शुरुआत की गई है। यह कार्यक्रम राज्य के सभी जिलों में एक साथ प्रारंभ किया गया है और इसका उद्देश्य है महिलाओं को उनकी भूमिका, अधिकार, और सरकारी योजनाओं के लाभ से अवगत कराना। साथ ही, इस संवाद के माध्यम से महिलाओं से उनके सुझाव एकत्र कर उन्हें नीतिगत निर्णयों में शामिल करना भी लक्ष्य है।
वैशाली जिले में हो रहा व्यापक आयोजन
वैशाली जिला महिला संवाद कार्यक्रम के प्रभावी संचालन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जिले में 2468 ग्राम संगठनों के माध्यम से इस कार्यक्रम का संचालन हो रहा है। इसके लिए विशेष रूप से तैयार की गई 21 महिला संवाद रथ (मिनी वैन) जिले में भ्रमण कर रही हैं। यह गाड़ियाँ तकनीकी रूप से पूरी तरह से सुसज्जित हैं, जिनमें एलईडी स्क्रीन, वीडियो फिल्म, सेल्फी प्वाइंट, स्टैंडी, लीफलेट्स, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा मौजूद है।
प्रत्येक दिन हो रहे 42 संवाद कार्यक्रम
हर एक संवाद रथ प्रतिदिन दो कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस प्रकार प्रतिदिन जिले में कुल 42 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में जीविका समूह की महिलाएं और गैर-जीविका से जुड़ी महिलाएं भाग ले रही हैं।
आज के दिन की ही बात करें तो वैशाली जिले में 10 हजार से अधिक महिलाएं विभिन्न स्थानों पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुईं। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि गांव की महिलाओं में अब जागरूकता और भागीदारी की भावना तेजी से बढ़ रही है।
एलईडी स्क्रीन और ऑडियो-विजुअल माध्यम से हो रही जानकारी की आपूर्ति
कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार द्वारा अब तक महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों और नीतियों की जानकारी ऑडियो-विजुअल माध्यमों के जरिए दी जा रही है। एलईडी स्क्रीन पर सरकारी योजनाओं पर आधारित फिल्में चलाई जाती हैं, जिससे महिलाएं उन योजनाओं को समझ सकें और आगे उसका लाभ ले सकें।
इसके साथ ही, लीफलेट्स के माध्यम से महिलाओं को पढ़ने योग्य सामग्री भी दी जा रही है, जिसे वे घर ले जाकर अन्य महिलाओं को भी पढ़ा सकती हैं।
महिलाओं से सुझाव लिए जा रहे हैं
इस कार्यक्रम की एक बड़ी विशेषता यह भी है कि यह केवल एकतरफा संवाद नहीं है, बल्कि इसमें महिलाओं से उनकी राय और सुझाव भी लिए जा रहे हैं।
महिलाओं से पूछा जा रहा है कि वे व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक या सार्वजनिक हित में सरकार से क्या अपेक्षाएं रखती हैं। इन सुझावों को संकलित कर प्राथमिकता तय की जा रही है और उन्हें दस्तावेजीकृत किया जा रहा है ताकि भविष्य में जिला प्रशासन और राज्य सरकार उन पर विचार कर सके और नीतिगत निर्णय ले सके।
सेल्फी प्वाइंट और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से जुड़ाव
कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए सेल्फी प्वाइंट महिलाओं को आकर्षित कर रहे हैं, जहां वे तस्वीरें खिंचवाकर अपनी सहभागिता को यादगार बना रही हैं। यह एक प्रेरणादायक माहौल बनाता है और महिलाओं को अपने भीतर छिपे आत्मबल को पहचानने का अवसर देता है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ता कदम
महिला संवाद कार्यक्रम, न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी का माध्यम बन रहा है बल्कि यह महिलाओं के मन की बात जानने का भी एक सशक्त प्लेटफॉर्म साबित हो रहा है। ग्रामीण महिलाएं जो अब तक मुख्यधारा से थोड़ी दूर थीं, वे अब अपनी आवाज़ बुलंद करने लगी हैं।
महत्वपूर्ण योजनाएं जिनकी दी जा रही जानकारी:
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मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
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सुखद मातृत्व योजना
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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
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जननी सुरक्षा योजना
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मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना
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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
इन योजनाओं के अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, सुरक्षा और पोषण से जुड़ी अनेक सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
जागरूकता से सशक्तिकरण तक की यात्रा
महिला संवाद कार्यक्रम से जुड़कर महिलाएं अब यह जान पा रही हैं कि उनके लिए कितनी सरकारी योजनाएं हैं और किस प्रकार वे उनका लाभ उठा सकती हैं। यह कार्यक्रम उनके जीवन में न केवल जागरूकता का संचार कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भी बना रहा है।
WRITEN BY RUPESH KUMAR SINGH
@SGNews

