वैशाली में भीषण सड़क हादसा: बस और ऑटो की टक्कर में 3 की दर्दनाक मौत, 7 की हालत गंभीर
हाजीपुर–लालगंज एसएच-74 पर रफ्तार ने छीनी तीन जिंदगियाँ*
वैशाली जिले में सोमवार सुबह एक भयावह सड़क दुर्घटना हुई जिसने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। हाजीपुर–लालगंज मुख्य पथ (एसएच-74) पर करताहां थाना क्षेत्र के कंचनपुर धनुषी गांव के पास एक तेज रफ्तार बस और ऑटो की जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इनमें से सात लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
रफ्तार का कहर: टक्कर में ऑटो के उड़े परखच्चे
स्थानीय लोगों के अनुसार बस और ऑटो की आमने-सामने भीड़ंत इतनी भीषण थी कि ऑटो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसके परखच्चे दूर तक बिखर गए।
ऑटो सवार यात्रियों की चीख-पुकार से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण तुरंत दौड़कर लोगों को निकालने में जुट गए और घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की।
दुर्घटना का पूरा घटनाक्रम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार—
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ऑटो हाजीपुर की ओर से लालगंज जा रहा था।
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बस लालगंज की तरफ से हाजीपुर आ रही थी।
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दोनों वाहन कंचनपुर धनुषी के पास अचानक आमने-सामने टकरा गए।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो में सवार यात्रियों के पास संभलने तक का मौका नहीं मिला।
घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश, सड़क जाम
हादसे की खबर फैलते ही आसपास के गांवों के लोग मौके पर जुटने लगे। मृतकों और घायलों को देखकर लोगों का आक्रोश भड़क उठा।
ग्रामीणों ने हाजीपुर–लालगंज मुख्य सड़क को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें थीं—
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मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा
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घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था
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दुर्घटनास्थल पर पुलिस गश्ती बढ़ाना
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तेज रफ्तार और ओवरलोड ऑटो पर कार्रवाई
सड़क जाम से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
प्रशासनिक हस्तक्षेप: एसडीपीओ पहुंचे मौके पर
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लालगंज एसडीपीओ गोपाल मंडल, पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने लोगों को समझाने और सड़क खाली कराने का प्रयास किया।
एसडीपीओ गोपाल मंडल ने कहा —
“थाना क्षेत्र के कंचनपुर धनुषी के निकट बस और टेंपो की टक्कर में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हुई है। आठ–नौ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।”
हालांकि, बाद में अस्पताल में दो और घायलों ने दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई।
मृतकों की पहचान
घटना में जिन तीन लोगों की मौत हुई, उनमें से दो की पहचान हो चुकी है—
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मोहम्मद दिल शेर, पुत्र — मोहम्मद सफीक
निवासी — श्यामाचक गांव, काजीपुर थाना क्षेत्र -
राजीव कुमार, पुत्र — शंभू शाह
निवासी — रहीमपुर गांव, वैशाली थाना क्षेत्र -
तीसरे मृतक की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
घायलों की आंशिक पहचान
घटना में कई लोग घायल हुए जिनमें से कुछ की पहचान की जा चुकी है:
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रंजन कुमार, पिता — बिदा राम, निवासी — लालगंज
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सन्नी कुमार, पिता — रवि ईश्वर राम, निवासी — लालगंज
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मोहम्मद तनवीर हुसैन
बाकी घायलों की पहचान अभी की जा रही है।
सदर अस्पताल में हड़कंप, गंभीर घायलों को रेफर
घटना के बाद सभी घायलों को तुरंत सदर अस्पताल, हाजीपुर लाया गया जहां गंभीर रूप से घायल 7 लोगों को बेहतर इलाज के लिए आयसीयू में भर्ती किया गया है। कुछ को पटना रेफर किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को तत्परता से लगाया है।
ग्रामीणों की नाराजगी के कारण : क्यों भड़क रहा है आक्रोश?
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर:
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तेज रफ्तार से चलने वाली बसें
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ओवरलोड ऑटो
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पुलिस गश्त की कमी
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सड़क किनारे अतिक्रमण
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कई कट पॉइंटों पर ब्लाइंड टर्न
लगातार दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
लोगों का आरोप है कि बार-बार हादसे होने के बावजूद प्रशासन लापरवाह वाहनों पर कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है।
दुर्घटना के कारणों की जांच जारी
एसडीपीओ ने बताया कि दुर्घटना के प्राथमिक कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं—
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तेज रफ्तार
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गलत ओवरटेक
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सड़क किनारे अतिक्रमण
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चालक की लापरवाही
फोरेंसिक टीम और तकनीकी जांच की मदद से दुर्घटना की वास्तविक वजह का पता लगाया जाएगा।
प्रशासन की कार्रवाई : पुलिस ने मामले की जांच शुरू की
करताहां थाना पुलिस ने बस और ऑटो दोनों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया है।
चालक और बस मालिक का विवरण जुटाया जा रहा है।
मृतकों के परिजनों को सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है।
इस सड़क पर पहले भी हो चुके हैं कई हादसे
हाजीपुर–लालगंज एसएच-74 को दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात माना जाता है।
स्थानीय लोग कहते हैं—
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हर महीने 4–5 दुर्घटनाएँ यहां सामान्य बात है
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चालकों की तेज रफ्तार और ओवरलोड वाहन आम समस्या
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सड़क किनारे बाजार और स्कूल होने से खतरा बढ़ जाता है
ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन अब भी नहीं जागा, तो इस तरह के हादसे आगे भी होते रहेंगे।
आगे की संभावित कार्रवाई
प्रशासन की ओर से निम्न कदम उठाए जाने के संकेत मिले हैं—
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दुर्घटनास्थल पर नियमित पुलिस पेट्रोलिंग
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बसों की स्पीड मॉनिटरिंग
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ओवरलोड ऑटो पर कार्रवाई
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सड़क पर संकेतक, स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने
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ब्लाइंड टर्न सुधारने
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सड़क चौड़ीकरण पर विचार
ग्रामीण इन मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपेक्षा कर रहे हैं।
सुरक्षा उपायों की अनदेखी बन रही बड़ी वजह
वैशाली में हुए इस दर्दनाक हादसे ने फिर यह साबित किया है कि सड़क सुरक्षा उपायों की कमी और वाहनों की लापरवाही मिलकर लोगों की जिंदगी छीन रही है।
ऐसे हादसे तब तक रुकने वाले नहीं जब तक—
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कड़े कानून
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सख्त पुलिसिया कार्रवाई
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सड़क सुधार
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चालक जागरूकता
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और प्रशासनिक तत्परता
एक साथ प्रभावी रूप से लागू नहीं होते।
फिलहाल, वैशाली जिला इस दर्दनाक हादसे से शोक में डूबा है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।
