वैशाली में दर्दनाक हादसा
करंट की चपेट में आने से महिला समेत दो लोगों की मौत
हादसे से फैला मातमी सन्नाटा
वैशाली जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बिदुपुर थाना क्षेत्र के चकसिकन्दर गांव में करंट लगने से महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा शुक्रवार को उस समय हुआ जब घर पर पेंट का काम चल रहा था। घटना ने पूरे गांव को शोकाकुल कर दिया है।
कैसे हुआ हादसा?
चकसिकन्दर गांव के रहने वाले राजेश्वर सिंह के घर पेंटिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान गांव के ही पेंटर हरेंद्र सिंह पेंट कर रहे थे। बताया जा रहा है कि काम के बीच प्यास लगने पर वह पानी पीने के लिए चापाकल की ओर गए।
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चापाकल में मोटर लगा हुआ था।
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मोटर के तारों से करंट लीक हो गया था।
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जैसे ही हरेंद्र ने चापाकल का हैंडल पकड़ा, वह करंट की चपेट में आ गए।
उन्हें तड़पते देख घर की मालकिन अभिलाषा देवी उर्फ चुलबुल देवी उन्हें बचाने दौड़ीं। लेकिन जैसे ही उन्होंने हरेंद्र को छुड़ाने की कोशिश की, वह भी करंट की जद में आ गईं।
अस्पताल ले जाते वक्त टूट गई सांसें
ग्रामीणों ने शोर सुनकर दोनों को किसी तरह करंट से अलग किया और आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल पहुंचाया।
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डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए दोनों को रेफर कर दिया।
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हाजीपुर ले जाते वक्त रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की जानकारी मिलते ही बिदुपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
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पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया।
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फिलहाल पुलिस हादसे की जांच कर रही है कि आखिर मोटर में करंट कैसे आया।
गांव में मातमी सन्नाटा
चकसिकन्दर गांव में यह खबर फैलते ही चारों ओर मातमी सन्नाटा छा गया।
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मृतक पेंटर हरेंद्र सिंह अपने परिवार के अकेले कमाऊ सदस्य बताए जा रहे हैं।
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वहीं, घर की मालकिन अभिलाषा देवी की असमय मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना बिजली विभाग और लापरवाही का नतीजा है। मोटर की वायरिंग सही नहीं थी, जिसके कारण इतनी बड़ी दुर्घटना हुई।
बिजली विभाग पर सवाल
ग्रामीणों का गुस्सा बिजली विभाग पर भी फूट रहा है। उनका कहना है कि गांवों में खुलेआम लापरवाही से बिजली कनेक्शन और मोटर पंप लगाए जाते हैं।
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न तो सुरक्षा मानकों का पालन होता है।
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न ही समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है।
लोगों ने मांग की है कि बिजली विभाग इस मामले की जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई हो।
हादसों से सबक
यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं।
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खराब वायरिंग
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ओपन कनेक्शन
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मोटरों में अर्थिंग न होना
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बिजली उपकरणों की सही देखभाल न करना
ये सभी कारण बनते हैं हादसों की जड़।
लोगों में दहशत और गुस्सा
इस घटना के बाद पूरे गांव में भय और गुस्से का माहौल है।
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लोग बिजली उपकरणों का इस्तेमाल करते वक्त अब डरे हुए हैं।
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ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बिजली से जुड़े उपकरणों और कनेक्शन की जांच की जाए।
परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक पेंटर हरेंद्र सिंह अपने परिवार के सहारे थे। उनकी मौत से परिवार पर संकट आ गया है। वहीं अभिलाषा देवी की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
गांव के लोग दोनों परिवारों के साथ खड़े हैं और हर कोई यही कह रहा है कि इतनी बड़ी लापरवाही को माफ नहीं किया जा सकता।
क्या कहती है पुलिस?
बिदुपुर थाना पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह करंट लगने से हुई दुर्घटना का मामला है।
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शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
करंट हादसों से बचने के उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि गांवों में बिजली कनेक्शन और मोटरों की सही तरीके से जांच होती रहे तो ऐसे हादसे टाले जा सकते हैं।
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मोटर और वायरिंग में अर्थिंग जरूर होनी चाहिए।
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बिजली के उपकरणों को खुले में नहीं रखना चाहिए।
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समय-समय पर इलेक्ट्रिशियन से जांच करानी चाहिए।
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करंट लगने की स्थिति में तुरंत मुख्य बिजली स्विच बंद करना चाहिए।
चकसिकन्दर गांव की यह घटना पूरे इलाके के लिए सबक है। एक छोटी-सी लापरवाही ने दो जिंदगियां लील लीं और दो परिवारों को उजाड़ दिया। अब देखना यह होगा कि पुलिस और बिजली विभाग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
सोशल मीडिया पर उठी मांग
सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना पर शोक जता रहे हैं और सरकार से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
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