पासवान एकता सम्मेलन : हाजीपुर विधानसभा में शक्ति प्रदर्शन, मनोरंजन पासवान ने अपने भाषण में कहा पासवान समाज की संख्या को नकारा नहीं जा सकता
प्रस्तावना
दिनांक 14 सितम्बर 2025 को संस्कृत महाविद्यालय, सुभाष चौक, हाजीपुर के प्रांगण में पासवान समाज द्वारा "पासवान एकता सम्मेलन" का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन ने न केवल समाज की एकता को दर्शाया बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शक्ति प्रदर्शन का भी रूप लिया। बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने यह संदेश दिया कि हाजीपुर विधानसभा की राजनीति में पासवान समाज की भूमिका बेहद अहम है।
सम्मेलन का आयोजन
स्थान और नेतृत्व
-
स्थान : संस्कृत महाविद्यालय, सुभाष चौक, हाजीपुर
-
नेतृत्व : मनोरंजन पासवान
-
अध्यक्षता : मनोरंजन पासवान
-
संचालन : आशुतोष पासवान
इस कार्यक्रम का आयोजन बड़े ही सुनियोजित तरीके से किया गया। मंच पर स्थानीय सरपंच, समिति सदस्य और बुद्धिजीवी वर्ग की मौजूदगी ने इसे और भी प्रभावी बना दिया।
सम्मेलन की मुख्य बातें
चुनावी माहौल में शक्ति प्रदर्शन
चुनावी मौसम को देखते हुए पासवान समाज ने इस सम्मेलन के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि उनकी संख्या और ताकत को नजरअंदाज करना किसी भी राजनीतिक दल के लिए आसान नहीं होगा।
जनसंख्या का आंकड़ा
मनोरंजन पासवान ने बताया कि हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में पासवान समाज की संख्या लगभग 50,000 है। इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद उन्हें अक्सर अल्पमत वाले विधायकों का सामना करना पड़ता है।
एकता और अधिकार की मांग
सम्मेलन में यह भी कहा गया कि समाज को संगठित होकर अपने अधिकार और हिस्सेदारी के लिए आवाज बुलंद करनी होगी।
सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख चेहरे
सम्मेलन में हाजीपुर विधानसभा के विभिन्न पंचायतों और नगर परिषद से आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कई प्रमुख चेहरे भी मौजूद रहे।
-
सरपंच श्याम बाबू पासवान
-
सरपंच दिलीप पासवान
-
समिति विनोद पासवान
-
विजय पासवान
-
गोला पासवान
-
बब्लू पासवान
-
पाचू पासवान
-
छोटे पासवान
-
गणेश पासवान
-
दिनेश पासवान
-
चुन्नू पासवान
-
अर्जुन पासवान
-
रंजीत पासवान
-
बिरेंद्र पासवान
-
जितेंद्र पासवान
-
लालबाबू पासवान
-
अमोद पासवान
-
नरेंद्र पासवान
-
राजनारायण पासवान
-
चंदेश्वर पासवान
इनके अलावा भी बड़ी संख्या में लोग इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हुए।
पासवान समाज की राजनीतिक स्थिति
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
पासवान समाज ने बिहार की राजनीति में हमेशा से अहम भूमिका निभाई है। दलित समाज की आवाज को बुलंद करने में इस वर्ग की सक्रिय भागीदारी रही है।
हाजीपुर की राजनीति में महत्व
हाजीपुर विधानसभा में 50,000 से अधिक पासवान मतदाता होने के बावजूद इस समाज को अक्सर राजनीतिक तौर पर हाशिए पर रखा जाता रहा है। यही कारण है कि इस सम्मेलन का संदेश साफ था – अब पासवान समाज को उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
मनोरंजन पासवान का संबोधन
मनोरंजन पासवान ने अपने भाषण में कहा :
-
पासवान समाज की संख्या को नकारा नहीं जा सकता।
-
जब तक समाज संगठित नहीं होगा, तब तक उसे उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा।
-
आगामी विधानसभा चुनाव में पासवान समाज को अपनी ताकत दिखानी होगी।
उन्होंने सभी से आह्वान किया कि आने वाले समय में समाज एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़े।
युवाओं और बुद्धिजीवियों की भागीदारी
सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवा वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग की भागीदारी रही। यह इस बात का प्रमाण है कि समाज की नई पीढ़ी अब अपनी राजनीतिक और सामाजिक भूमिका को लेकर सजग हो रही है।
युवाओं ने साफ कहा कि समय आ गया है जब पासवान समाज को अपने मत का सही उपयोग करना चाहिए और अपनी ताकत को राजनीतिक दलों के सामने साबित करना चाहिए।
सामाजिक और राजनीतिक संदेश
सामाजिक एकता
इस सम्मेलन ने यह संदेश दिया कि पासवान समाज किसी भी तरह से विभाजित नहीं है। पंचायत स्तर से लेकर नगर परिषद तक समाज एकजुट होकर अपनी आवाज उठा रहा है।
राजनीतिक चेतावनी
आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह सम्मेलन राजनीतिक दलों के लिए एक स्पष्ट संकेत है कि पासवान समाज को नजरअंदाज करना अब आसान नहीं होगा।
आने वाले चुनाव पर असर
विशेषज्ञ मानते हैं कि हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में यदि पासवान समाज एकजुट होकर मतदान करता है, तो यह चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल सकता है। 50,000 मतदाताओं की संख्या किसी भी उम्मीदवार की जीत-हार तय करने में निर्णायक साबित हो सकती है।
पासवान एकता सम्मेलन ने हाजीपुर की राजनीति में एक नई हलचल मचा दी है। मनोरंजन पासवान और अन्य नेताओं के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि समाज अब चुप नहीं बैठेगा। आने वाले विधानसभा चुनाव में पासवान समाज का एकजुट मतदान किसी भी दल के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है।
#हाजीपुर #पासवानसमाज #एकतासम्मेलन #मनोरंजनपासवान #विधानसभाचुनाव2025 #बिहारराजनीति #दलितशक्ति #पासवानएकता #वैशालीसमाचार #राजनीतिकशक्ति

