सिवान में STF की बड़ी कार्रवाई
चिराग पासवान के नेता खान ब्रदर्स के ठिकानों से AK-47 कारतूस और आधुनिक हथियार बरामद
घटना का खुलासा
बिहार के सिवान जिले में रविवार सुबह पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चिराग पासवान के नेता खान ब्रदर्स के कई ठिकानों पर छापेमारी की।
इस दौरान पुलिस ने AK-47 के कारतूस और कई आधुनिक हथियार बरामद किए। यह छापेमारी लगभग पांच घंटे तक लगातार चलती रही।
छापेमारी का नेतृत्व
-
कार्रवाई बिहार एसटीएफ और जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से की।
-
पूरी कार्रवाई की पुष्टि सिवान रेंज के डीआईजी नीलेश कुमार ने की।
-
छापेमारी टीम को पहले से सूचना मिली थी कि खान ब्रदर्स के घर पर गैरकानूनी हथियारों का जखीरा जमा है।
गुप्त सूचना पर छापेमारी
डीआईजी नीलेश कुमार ने मीडिया को बताया कि –
“हमें गुप्त सूचना मिली थी कि बड़ी मात्रा में हथियार और संदिग्ध सामग्री जमा की गई है। इसके आधार पर छापेमारी की गई। एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने मिलकर कार्रवाई की, जिसमें एके-47 कारतूस और अन्य हथियार बरामद हुए।”
उन्होंने यह भी कहा कि बरामदगी के बाद आगे की जांच जारी है और कई बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है।
खान ब्रदर्स के ठिकानों पर छापेमारी
-
रविवार सुबह रईस खान के आवास पर छापेमारी शुरू हुई।
-
टीम ने वहां लगभग पांच घंटे तक तलाशी अभियान चलाया।
-
छापेमारी के दौरान हथियारों के अलावा कई संवेदनशील और संदिग्ध सामान मिले।
-
पूछताछ के बाद एक अन्य ठिकाने पर भी छापेमारी की गई, जहां से एके-47 के कारतूस और अन्य हथियार बरामद हुए।
बरामद हथियार और कारतूस
सूत्रों के मुताबिक छापेमारी में जिन हथियारों की बरामदगी हुई, उनमें शामिल हैं –
-
AK-47 के कारतूस
-
कई अन्य आधुनिक हथियार
-
गोलियां और अन्य द्रव्य
बरामदगी की संख्या और हथियारों का पूरा ब्योरा फिलहाल पुलिस द्वारा साझा नहीं किया गया है, लेकिन जांच में और खुलासे की संभावना है।
पुलिस और STF की रणनीति
यह कार्रवाई बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई।
-
पहले गुप्त सूचना की पुष्टि की गई।
-
उसके बाद एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त रणनीति बनाई।
-
सुबह-सुबह छापेमारी कर खान ब्रदर्स को चौंका दिया गया।
-
कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।
खान ब्रदर्स और राजनीतिक कनेक्शन
खान ब्रदर्स का नाम लंबे समय से विवादों में रहा है।
-
बताया जाता है कि इनका राजनीतिक कनेक्शन चिराग पासवान की पार्टी से है।
-
स्थानीय स्तर पर उनकी नेतृत्व और दबदबे की भी चर्चा होती है।
-
छापेमारी के बाद अब उनके राजनीतिक रिश्तों पर भी सवाल उठने लगे हैं।
डीआईजी नीलेश कुमार का बयान
डीआईजी सारण रेंज नीलेश कुमार ने कहा –
-
“बरामदगी की जांच की जा रही है।”
-
“पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि इलाके में हथियारों का जमावड़ा है।”
-
“पूरे मामले में पूछताछ चल रही है और जरूरत पड़ने पर आगे और कार्रवाई होगी।”
सिवान का इतिहास और अपराध
सिवान जिला लंबे समय से अपराध और हथियार तस्करी के लिए बदनाम रहा है।
-
यहां कई बार बड़े-बड़े गैंगस्टर्स और माफियाओं पर कार्रवाई हो चुकी है।
-
राजनीतिक संरक्षण और आपराधिक गठजोड़ ने स्थिति को और जटिल बनाया है।
-
खान ब्रदर्स पर हुई कार्रवाई को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।
आगे की कार्रवाई
-
बरामद हथियारों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी।
-
यह पता लगाया जाएगा कि हथियार कहां से आए और कहां इस्तेमाल होने वाले थे।
-
खान ब्रदर्स और उनके सहयोगियों से लगातार पूछताछ होगी।
-
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियारों का संबंध नक्सली नेटवर्क या अंतर्राष्ट्रीय तस्करी गिरोह से तो नहीं है।
राजनीतिक हलचल
खान ब्रदर्स पर हुई छापेमारी से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
-
विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को लेकर चिराग पासवान से सवाल पूछना शुरू कर दिया है।
-
वहीं, स्थानीय जनता भी उम्मीद कर रही है कि पुलिस आगे और सख्त कार्रवाई करेगी।
जनता की प्रतिक्रिया
-
छापेमारी की खबर फैलते ही सिवान और आसपास के इलाकों में हलचल मच गई।
-
स्थानीय लोग इसे पुलिस की बड़ी कार्रवाई मान रहे हैं।
-
कई लोगों का कहना है कि इस तरह के अभियानों से अपराधियों का हौसला टूटेगा।
सिवान में हुई यह कार्रवाई पुलिस और एसटीएफ के लिए बड़ी सफलता है।
AK-47 के कारतूस और आधुनिक हथियारों की बरामदगी यह साबित करती है कि क्षेत्र में अभी भी गैरकानूनी हथियारों का बड़ा नेटवर्क सक्रिय है।
अब देखना यह होगा कि जांच में आगे और कौन-कौन से नाम सामने आते हैं और इस नेटवर्क की जड़ें कितनी गहरी हैं।
#सिवान #BiharSTF #खानब्रदर्स #चिरागपासवान #हथियारबरामद #AK47 #बिहारपुलिस #STFAction #IllegalArms #BreakingNews #बिहारसमाचार #PoliticalConnection #CrimeInBihar #SiwanNews #LawAndOrder

