मातृशक्ति का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान, जन्दाहा में कांग्रेस के बयान के विरोध में निकाला गया आक्रोश मार्च।

SG_NEWs KeWaL_sAch
By -
0

 मातृशक्ति का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान

जन्दाहा में कांग्रेस के बयान के विरोध में निकाला गया आक्रोश मार्च







भारतीय राजनीति में संवाद और विचारों की जगह हमेशा से रही है, लेकिन जब यह संवाद मर्यादा की सीमा लांघ जाता है, तो समाज में असंतोष और आक्रोश स्वाभाविक है। हाल ही में कांग्रेस के मंच से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की माता के बारे में अपशब्द कहे जाने की घटना ने पूरे देश में रोष उत्पन्न कर दिया। यह बयान केवल प्रधानमंत्री के प्रति नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारतीय संस्कृति और मातृशक्ति का अपमान माना गया।





जन्दाहा में गूंजा विरोध का स्वर

इस अपमानजनक बयान के विरोध में जन्दाहा के मुनेश्वर चौक से गांधी चौक होते हुए करगिल चौक तक एक विशाल आक्रोश मार्च निकाला गया।

  • मार्च में "मातृशक्ति का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान" का नारा गूंजता रहा।

  • हर गली, हर चौक पर लोगों ने अपने गुस्से का इज़हार किया और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ नारे लगाए।


नेतृत्व और भागीदारी

आक्रोश मार्च में बीजेपी के तमाम बड़े स्थानीय नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।

  • जन्दाहा पूर्वी मंडल अध्यक्ष मनोज झा

  • जन्दाहा पश्चिम मंडल अध्यक्ष बिरेन्द्र कुमार

  • जन्दाहा नगर मंडल अध्यक्ष अमन गुप्ता

  • महनार विधानसभा संयोजक राणा प्रताप सिंह

  • जन्दाहा पूर्वी युवा मोर्चा अध्यक्ष गोविंदा चौहान

इनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।


नारों से गूंज उठा जन्दाहा

मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने कई जोशीले नारे लगाए, जिनमें प्रमुख रहे:

  • “मातृशक्ति का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान”

  • “कांग्रेस होश में आओ”

  • “मोदी जी आप संघर्ष करो, हम आपके साथ हैं”

  • “भारत माता की जय”

इन नारों से पूरा इलाका गूंज उठा और कांग्रेस के खिलाफ जनाक्रोश साफ झलकने लगा।


मातृशक्ति का सम्मान : भारतीय संस्कृति का मूल

भारतीय समाज में माँ को देवी का स्थान दिया गया है। माँ का सम्मान केवल परिवार तक सीमित नहीं बल्कि पूरे समाज और संस्कृति में रचा-बसा है। राजनीति में असहमति होना लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन प्रधानमंत्री की माँ को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करना न केवल अस्वीकार्य है बल्कि भारतीय परंपरा के विपरीत भी है।


नेताओं का वक्तव्य

मार्च के दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के इस बयान की कड़ी निंदा की।

  • मनोज झा ने कहा – “यह सिर्फ प्रधानमंत्री पर टिप्पणी नहीं है, बल्कि देश की हर माँ का अपमान है।”

  • राणा प्रताप सिंह ने कहा – “मातृशक्ति पर प्रहार करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।”

  • गोविंदा चौहान ने कहा – “युवा पीढ़ी यह संदेश दे रही है कि राजनीति में गरिमा और संस्कृति का पालन अनिवार्य है।”


कांग्रेस पर सीधा प्रहार

मार्च में शामिल वक्ताओं ने कांग्रेस को आगाह किया कि यदि ऐसी भाषा का प्रयोग बंद नहीं हुआ तो जनता सड़कों पर उतर कर जवाब देगी। उनका कहना था कि कांग्रेस अपने अस्तित्व बचाने के लिए मर्यादा तोड़ रही है, जबकि जनता विकास की राजनीति चाहती है।


जनता का समर्थन

आक्रोश मार्च के दौरान सैकड़ों स्थानीय नागरिक स्वतः ही इसमें शामिल हो गए। महिलाओं और युवाओं ने भी हाथों में तख्तियां लेकर कांग्रेस के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। इससे यह साफ हो गया कि यह आंदोलन केवल भाजपा कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है।


राजनीति में मर्यादा की आवश्यकता

यह घटना राजनीति में शुचिता और संयम की आवश्यकता को पुनः उजागर करती है। लोकतंत्र में बहस होनी चाहिए, आलोचना भी होनी चाहिए, लेकिन निजी जीवन और विशेष रूप से मातृशक्ति पर प्रहार करना अस्वीकार्य है। यही संदेश इस मार्च के माध्यम से पूरे समाज तक पहुंचाया गया।


नारी शक्ति का सम्मान : भाजपा की प्राथमिकता

भाजपा नेताओं ने यह भी दोहराया कि उनकी पार्टी हमेशा नारी शक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए काम करती रही है।

  • बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ

  • महिला आरक्षण विधेयक

  • जनधन योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक आज़ादी

ये उदाहरण बताते हैं कि भाजपा केवल नारों में नहीं बल्कि वास्तविकता में मातृशक्ति के सम्मान और प्रगति के लिए कार्य कर रही है।


संदेश और निष्कर्ष

जन्दाहा से निकले इस आक्रोश मार्च ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय समाज माँ के अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से क्यों न हो, मर्यादा से बाहर बयान देने वालों को जनता माफ नहीं करेगी।

इस आंदोलन ने यह भी दर्शाया कि देश की जनता आज भी भारतीय संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़ी हुई है और हर स्थिति में मातृशक्ति की गरिमा को बनाए रखने के लिए खड़ी है।



#मातृशक्ति_का_अपमान_नहीं_सहेगा_हिन्दुस्तान
#जन्दाहा_आक्रोश_मार्च
#RespectMotherhood
#BJPMarchAgainstCongress
#ModiMaaInsultProtest
#IndianCultureRespect
#CongressHoShMeAao
#BJPWithModi
#WomenRespectFirst
#जनता_का_आक्रोश



Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn more
Ok, Go it!