पातेपुर से उठी नई लहर : नव संकल्प महासभा में शामिल होने का निमंत्रण
राजनीति केवल सत्ता की दौड़ नहीं बल्कि जनता से जुड़ने, उनके मुद्दों को समझने और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ने का माध्यम है। इसी सोच के साथ लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता बिहार के कोने-कोने में जनता तक पहुंच रहे हैं। 4 सितंबर को आयोजित होने वाली नव संकल्प महासभा को ऐतिहासिक और सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में पातेपुर विधानसभा के सकरौली गांव में एक सभा आयोजित की गई, जहां लोजपा (आर) के जिला और प्रखंड स्तरीय नेताओं ने लोगों को महासभा में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
सकरौली में हुआ जनसभा का आयोजन
नेताओं की मौजूदगी ने बढ़ाया उत्साह
सकरौली गांव में हुई इस सभा का नेतृत्व संसदीय बोर्ड जिला अध्यक्ष संजय चौधरी ने किया। उनके साथ मंच पर पंचायती राज जिला अध्यक्ष सौरभ तिवारी, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष रिंकू कुमारी, संसदीय बोर्ड जिला प्रधान महासचिव अजीत चंद्रवंशी, और पातेपुर प्रखंड कमेटी के सभी साथी मौजूद रहे।
सभा में कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी, जिससे साफ जाहिर हुआ कि जनता लोजपा (आर) के विचारों और कार्यक्रमों के प्रति उत्साहित है।
नव संकल्प महासभा का महत्व
भविष्य की राजनीति की दिशा
4 सितंबर को होने वाली नव संकल्प महासभा केवल एक सामान्य राजनीतिक सभा नहीं है, बल्कि यह बिहार की राजनीति को नई दिशा देने का संकल्प है। यह महासभा जनता की आवाज बनेगी और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष की नींव रखेगी।
आमजन से जुड़ा एजेंडा
महासभा का मुख्य एजेंडा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक न्याय पर केंद्रित है। लोजपा (आर) का मानना है कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण नहीं पहुंचेगी, तब तक वास्तविक लोकतंत्र संभव नहीं है।
नेताओं का संबोधन
संजय चौधरी का आह्वान
सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा:
"4 सितंबर को होने वाली नव संकल्प महासभा सिर्फ एक सभा नहीं है, यह हमारे सपनों का मंच है। हमें बड़ी संख्या में पहुंचकर यह दिखाना होगा कि जनता बदलाव चाहती है और लोजपा (रामविलास) ही उस बदलाव की वाहक है।"
सौरभ तिवारी का संदेश
पंचायती राज जिला अध्यक्ष सौरभ तिवारी ने कहा कि पंचायत से लेकर विधानसभा और संसद तक, हर स्तर पर जनता की आवाज को उठाना ही उनका उद्देश्य है। उन्होंने युवाओं से खास अपील की कि वे महासभा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
महिला शक्ति की भागीदारी
महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष रिंकू कुमारी ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के बिना कोई भी आंदोलन सफल नहीं हो सकता। उन्होंने सकरौली की महिलाओं से आग्रह किया कि वे 4 सितंबर को बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी ताकत दिखाएं।
अजीत चंद्रवंशी का विचार
संसदीय बोर्ड जिला प्रधान महासचिव अजीत चंद्रवंशी ने महासभा को सामाजिक न्याय का मंच बताया। उन्होंने कहा कि यह सभा गरीबों, किसानों, मजदूरों और दलितों की आवाज बनेगी।
सभा में जनता की भागीदारी
सकरौली गांव में हुई सभा में विभिन्न तबके के लोग शामिल हुए। युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी ने नेताओं के संबोधन को ध्यान से सुना और 4 सितंबर को नव संकल्प महासभा में जाने का वादा किया। सभा स्थल पर जोश और उत्साह का माहौल साफ दिखाई दे रहा था।
नव संकल्प महासभा : एक ऐतिहासिक कदम
बदलाव का प्रतीक
यह महासभा एक तरह से बिहार की राजनीति में बदलाव का प्रतीक है। जनता अब पुरानी राजनीति से ऊब चुकी है और नई सोच, नए विचार और नई दिशा चाहती है।
जनता की उम्मीदें
लोजपा (आर) से जनता को उम्मीद है कि यह पार्टी गरीबों और दबे-कुचलों की आवाज बनेगी और उन्हें उनका हक दिलाएगी। महासभा इन्हीं उम्मीदों का प्रतिबिंब होगी।
आगामी रणनीति
सभा के बाद नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति पर भी चर्चा की। तय हुआ कि हर पंचायत और गांव से लोग बसों, गाड़ियों और पैदल मार्च के जरिए महासभा में शामिल होंगे। यह महासभा न केवल पार्टी की ताकत दिखाएगी बल्कि जनता के समर्थन को भी मजबूती देगी।
सकरौली गांव में आयोजित सभा ने यह साफ कर दिया कि जनता अब बदलाव चाहती है। 4 सितंबर को होने वाली नव संकल्प महासभा इस बदलाव की शुरुआत होगी। लोजपा (रामविलास) के नेता और कार्यकर्ता जनता को जागरूक करने और उन्हें महासभा तक ले जाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। यह महासभा आने वाले समय में बिहार की राजनीति में निर्णायक साबित हो सकती है।
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