चाँदसराय में धूमधाम से मना गणेश चतुर्थी महोत्सव
नवयुवक गणेश पूजा समिति के आयोजन में शामिल हुए Er. रविंदर सिंह
धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से ओतप्रोत भारत वर्ष में हर पर्व-त्योहार का एक विशेष महत्व होता है। इन्हीं पर्वों में से एक है गणेश चतुर्थी, जिसे विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना के रूप में मनाया जाता है। इस बार वैशाली जिले के महनार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चाँदसराय गाँव में नवयुवक गणेश पूजा समिति द्वारा इस महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्थानीय लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे और पूरे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला।
Er. रविंदर सिंह की उपस्थिति
इस आयोजन की विशेषता यह रही कि महनार विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रत्याशी Er. रविंदर सिंह भी इस अवसर पर सम्मिलित हुए। लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं की भीड़ ने उन्हें अपने बीच पाकर उत्साह व्यक्त किया।
Er. रविंदर सिंह ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन न केवल आस्था का प्रतीक हैं बल्कि समाज को एकता, भक्ति और सद्भावना के सूत्र में भी जोड़ते हैं। उन्होंने भगवान श्री गणेश से प्रार्थना की कि वे सभी लोगों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आएं।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी भारतवर्ष का एक प्रमुख त्योहार है, जो विशेषकर महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और बिहार सहित पूरे देश में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
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भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता माना जाता है।
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इस दिन लोग घरों और सार्वजनिक पंडालों में गणपति की प्रतिमा स्थापित कर 10 दिनों तक पूजा और भजन-कीर्तन करते हैं।
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इस पर्व का सामाजिक महत्व यह है कि यह लोगों को सामूहिकता और भाईचारे का संदेश देता है।
चाँदसराय में उत्सव का दृश्य
चाँदसराय में आयोजित महोत्सव का दृश्य अत्यंत मनमोहक रहा।
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सुंदर पंडाल सजाए गए थे, जिनमें रंग-बिरंगी रोशनियों की जगमगाहट ने वातावरण को और भी भव्य बना दिया।
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श्रद्धालुओं ने मिलकर भगवान गणेश की आरती की और मिठाइयों का वितरण हुआ।
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ढोल-नगाड़ों और भक्ति गीतों से पूरा गाँव गूंज उठा।
यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक एकता का भी परिचायक था। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया।
धार्मिक आयोजनों का सामाजिक महत्व
Er. रविंदर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में समाज को जोड़ने का सबसे बड़ा माध्यम हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन हैं। ये आयोजन समाज में:
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भाईचारा बढ़ाते हैं।
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धार्मिक आस्था को मजबूती देते हैं।
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युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ते हैं।
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समाज में सद्भाव और आपसी सहयोग की भावना उत्पन्न करते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देना हर नागरिक का कर्तव्य है।
स्थानीय लोगों का उत्साह
गणेश पूजा समिति के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों ने इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की। समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार आयोजन को खास बनाने के लिए:
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सांस्कृतिक कार्यक्रम,
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भक्ति संगीत,
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और सामूहिक भंडारा का भी आयोजन किया गया।
ग्रामीणों ने कहा कि Er. रविंदर सिंह के आने से इस आयोजन की गरिमा और भी बढ़ गई।
राजनीति और समाज सेवा का संगम
गौर करने वाली बात यह है कि राजनीति में सक्रिय Er. रविंदर सिंह केवल चुनावी मंच तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
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इससे उनका जनसंपर्क और भी गहरा होता है।
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लोगों को यह विश्वास मिलता है कि उनका नेता केवल सत्ता के लिए नहीं बल्कि समाज की सेवा के लिए भी तत्पर है।
इस अवसर पर उन्होंने यह संदेश भी दिया कि जनप्रतिनिधियों का असली दायित्व समाज की परंपराओं और आस्थाओं को सम्मान देना है।
युवाओं की भागीदारी
नवयुवक गणेश पूजा समिति के नाम से ही स्पष्ट है कि इस आयोजन में युवाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई।
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युवाओं ने पंडाल सजाने, कार्यक्रम आयोजित करने और व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी ली।
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इस प्रकार के आयोजन युवाओं को नेतृत्व और जिम्मेदारी का पाठ सिखाते हैं।
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साथ ही यह उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ते हैं।
Er. रविंदर सिंह का संदेश
अपने संबोधन में Er. रविंदर सिंह ने कहा:
"गणेश चतुर्थी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन केवल पूजन-अर्चन तक सीमित नहीं होते, बल्कि यह समाज को जोड़ने और एक नई ऊर्जा देने का माध्यम बनते हैं। प्रभु श्री गणेश से मेरी प्रार्थना है कि वे हम सबके जीवन में सुख, समृद्धि और मंगल लेकर आएं।"
उनके इस संदेश का ग्रामीणों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।
भविष्य की झलक
आयोजन समिति ने घोषणा की कि आने वाले वर्षों में इस महोत्सव को और भी भव्य तरीके से मनाया जाएगा।
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इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
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स्थानीय कलाकारों को मंच देने की भी योजना बनाई जाएगी।
चाँदसराय में आयोजित गणेश चतुर्थी महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह समाज के एकजुट होने और अपनी परंपराओं को जीवित रखने का प्रतीक था।
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इस आयोजन में Er. रविंदर सिंह की उपस्थिति ने न केवल इसकी गरिमा बढ़ाई बल्कि यह भी साबित किया कि राजनीति और समाज सेवा का संगम ही सच्चे नेतृत्व की पहचान है।
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नवयुवक गणेश पूजा समिति और ग्रामीणों की मेहनत ने इस पर्व को अविस्मरणीय बना दिया।
ऐसे आयोजनों से हमें यह सीख मिलती है कि जब समाज एक साथ आता है, तो हर पर्व-त्योहार उत्सव बन जाता है और हर दिल में खुशियों का दीप जल उठता है।
✍️ लेखक : रुपेश कुमार सिंह , SGNEWS offical

