रामचौड़ा मंदिर के मुख्य द्वार का हुआ भूमिपूजन और शिलान्यास
हाजीपुर में धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का केंद्र: श्री रामचौड़ा मंदिर
वैशाली जिला अंतर्गत हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र के रामभद्र स्थित ऐतिहासिक श्री रामचौड़ा मंदिर में आज दिनांक 07 अगस्त 2025, दिन गुरुवार को एक विशेष कार्यक्रम के तहत मंदिर के मुख्य द्वार का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया। यह मंदिर भगवान श्रीराम की पावन स्मृतियों से जुड़ा हुआ है, जहां उनके पदचिन्ह आज भी श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बने हुए हैं।
विधायक अवधेश सिंह और सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने की पूजा-अर्चना
कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई, जिसमें हाजीपुर के माननीय विधायक श्री अवधेश सिंह और नगर परिषद की माननीय सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना कर भूमिपूजन संपन्न कराया।
विधायक श्री अवधेश सिंह ने इस अवसर पर कहा,
"यह मंदिर हमारी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम स्वयं यहां पधारे थे, उनके पदचिन्ह आज भी इस स्थान की गरिमा बढ़ा रहे हैं। मुख्य द्वार बनने से मंदिर और भव्य दिखाई देगा, जिससे दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को भी आकर्षण और सुविधा मिलेगी।"
सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने कहा – “यह भावुक क्षण है”
सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने अपने संबोधन में कहा,
"यह केवल एक शिलान्यास नहीं बल्कि हमारी आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के पदचिन्ह यहां हैं, जिसकी आज हमने पूजा की है। रामनवमी के अवसर पर यहां जनसैलाब उमड़ता है, ऐसे में नगर परिषद द्वारा भव्य द्वार निर्माण मंदिर की सुंदरता को और अधिक निखारेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि नगर परिषद न सिर्फ साफ-सफाई पर ध्यान दे रही है, बल्कि जनता की धार्मिक भावना और आस्था का भी पूर्ण सम्मान करते हुए कार्य कर रही है।
नगर परिषद के द्वारा कराया जा रहा है मुख्य द्वार का निर्माण
श्री रामचौड़ा मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण नगर परिषद हाजीपुर के द्वारा कराया जा रहा है। यह द्वार मंदिर को एक नई पहचान देने वाला होगा। इसके बनने से मंदिर की भव्यता में वृद्धि होगी, साथ ही यह धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
धार्मिक पर्यटन और विरासत संरक्षण की दिशा में सकारात्मक पहल
हाजीपुर क्षेत्र में मौजूद ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल ना सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए श्रद्धा का केंद्र हैं, बल्कि ये पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। रामचौड़ा मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण नगर परिषद द्वारा किया जाना इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
ऐसी पहलें न केवल आस्था को मजबूती देती हैं बल्कि स्थानीय रोजगार, व्यापार और पर्यटन को भी प्रोत्साहित करती हैं।
श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील
सभापति और विधायक दोनों ने श्रद्धालुओं से अपील की कि मंदिर परिसर की साफ-सफाई बनाए रखने में सहयोग करें। यह न केवल धार्मिक भावना का सम्मान है बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी भी है।
“जिस प्रकार नगर परिषद शहर को स्वच्छ रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, उसी तरह आमजन की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि धार्मिक स्थलों की गरिमा और स्वच्छता बनी रहे।”
उपस्थित गणमान्य और सामाजिक प्रतिनिधियों की सूची
इस भूमिपूजन कार्यक्रम में नगर परिषद के कई जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय श्रद्धालु उपस्थित रहे। प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
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उपसभापति कंचन कुमारी पासवान
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समाजसेवी रामु कुमार सहनी
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पार्षद श्रीमती ज्योत्सना कुमारी, श्रीमती संध्या रानी
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श्री अमित सिंह, रंजीत कुमार, मनोज सिंह
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पार्षद प्रतिनिधि मंटू पटेल
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दरोगा खान, शिवजी राय, विकास राय
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समाजसेवी श्री बूटन सिंह, अरविन्द कुमार कौशल, सोनू सिंह आर्या, शिव कुमार सिंह
सभी ने कार्यक्रम में भाग लेकर मंदिर निर्माण के इस पुनीत कार्य को सराहा और सहयोग देने का आश्वासन दिया।
रामचौड़ा मंदिर – हाजीपुर की सांस्कृतिक पहचान
रामचौड़ा मंदिर, हाजीपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान है। यह स्थान भगवान श्रीराम के आगमन और पदचिन्ह के कारण विशेष महत्व रखता है।
हर वर्ष श्रीराम नवमी के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु एकत्र होते हैं। आस्था, भक्ति और संस्कृति का यह संगम स्थल अब भव्य मुख्य द्वार के निर्माण से और भी आकर्षक और सुव्यवस्थित हो जाएगा।
– श्रद्धा और विकास का संगम
मुख्य द्वार के भूमिपूजन के साथ यह संदेश भी गया कि विकास और धार्मिक भावना दोनों साथ-साथ चल सकते हैं। यह पहल दर्शाती है कि जनता की आस्था और परंपरा के प्रति सरकार और नगर निकाय गंभीर हैं।
आने वाले समय में जब यह द्वार पूरी तरह तैयार होगा, तब न सिर्फ मंदिर की भव्यता में वृद्धि होगी, बल्कि यह हाजीपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों की पहचान को और मजबूती प्रदान करेगा।

