पातेपुर हत्याकांड पर पप्पू यादव का बड़ा हमला: “बिहार बन गया है अपराधियों का गढ़, नेताओं और माफियाओं की गठजोड़ से हो रही हत्याएं”
सरकारी मुआवज़ा, सीबीआई जांच और फांसी की सज़ा की उठाई मांग, शोक संतप्त परिवार से मिले पप्पू यादव
रोजगार सेवक मोहम्मद मुमताज़ की निर्मम हत्या, पूरे इलाके में मातम
वैशाली ज़िले के पातेपुर थाना क्षेत्र के डेरुआ गांव निवासी मोहम्मद मुमताज़, जो कि भगवानपुर प्रखंड में रोजगार सेवक पद पर कार्यरत थे, की बीते दिनों अज्ञात अपराधियों द्वारा चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। यह जघन्य अपराध क्षेत्र में दहशत का माहौल बना गया है। मृतक के परिवार में मातम पसरा है और लोगों में प्रशासन को लेकर भारी नाराज़गी है।
🚨 घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद पप्पू यादव, परिजनों को दिया भरोसा
राष्ट्रीय जनता पार्टी (RJP) के प्रमुख एवं पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने डेरुआ गांव पहुंचे। उन्होंने मोहम्मद मुमताज़ के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना प्रकट की और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 20 लाख रुपये मुआवज़ा, और स्पीडी ट्रायल के तहत दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की।
🧨 बिहार में बढ़ते अपराध पर बरसे पप्पू यादव: “ये जंगलराज नहीं तो क्या है?”
पत्रकारों से बातचीत में पप्पू यादव ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि:
"आज वैशाली और मुजफ्फरपुर जैसे जिले अपराधियों का गढ़ बन चुके हैं। हत्या, बलात्कार और लूट की घटनाएं रोज़ आम बात हो गई है। युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में है और पुलिस प्रशासन अपराधियों तक पहुंचने में असफल है।"
उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध नेताओं, अधिकारियों और माफियाओं की मिलीभगत का परिणाम है। जब नेता ठेकेदारी, जमीन दलाली और अपराध में उतर आएंगे, तो राज्य का क्या होगा?
🕵️ गुंजन खेमका से लेकर गोपाल खेमका हत्याकांड तक – पप्पू यादव ने खोली पुरानी फाइलें
पूर्व सांसद ने साल 2018 में औद्योगिक थाना क्षेत्र में हुए गुंजन खेमका की हत्या को याद करते हुए कहा कि उस वक्त भी उन्होंने आवाज़ उठाई थी, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। अब उसी परिवार के वरिष्ठ सदस्य गोपाल खेमका की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
“जब अपराधी खुलेआम दिन-दहाड़े हत्याएं कर रहे हैं और सरकार चुप है, तो यही साबित होता है कि सरकार और सिस्टम की मिलीभगत से ये सब हो रहा है।”
📢 माफिया-राजनीति गठजोड़ पर बड़ा आरोप: 'पुलिस सिर्फ दिखावा करती है'
पप्पू यादव ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी हमला बोलते हुए कहा:
"बिहार पुलिस मुख्य सरगना तक कभी नहीं पहुंचती। वे सिर्फ छोटे अपराधियों को पकड़कर वाहवाही लूटते हैं और जनता को भ्रमित करते हैं। असली मास्टरमाइंड आज भी खुलेआम घूम रहे हैं।"
उन्होंने मुमताज़ की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि जब तक जांच निष्पक्ष नहीं होगी, तब तक न्याय संभव नहीं।
🧑⚖️ पप्पू यादव की सरकार से मांगें:
| मांग | विवरण |
|---|---|
| 1️⃣ | मृतक मुमताज़ की पत्नी को स्थायी सरकारी नौकरी दी जाए |
| 2️⃣ | परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए |
| 3️⃣ | हत्या मामले में स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को फांसी की सज़ा दी जाए |
| 4️⃣ | हत्या कांड की CBI जांच कराई जाए |
| 5️⃣ | राज्य सरकार अपराध और नशे पर विशेष अभियान चलाए |
🧑🤝🧑 स्थानीय लोगों का उमड़ा जनसैलाब, जनप्रतिनिधियों की भी उपस्थिति
इस मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी भारी उपस्थिति रही। पप्पू यादव के साथ प्रमुख रूप से उपस्थित थे:
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डॉ. मनीष कुमार उर्फ पिंटू यादव
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शिवनाथ यादव
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टंटू सिंह
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अनिल पासवान
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गुलशन सिंह राठौर
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अन्य स्थानीय नेता व ग्रामीण
इन सभी ने एकजुट होकर प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
🚧 बिहार की बिगड़ती तस्वीर: क्या अब भी कोई जवाबदेही है?
पप्पू यादव ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “सरकार सिर्फ घोषणाएं करती है, धरातल पर कुछ नहीं होता।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो वे सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे।
🔚 न्याय के लिए संघर्ष का आगाज़
मोहम्मद मुमताज़ की हत्या न केवल एक सरकारी कर्मचारी की मौत है, बल्कि एक आम नागरिक की सुरक्षा पर सवाल है। इस घटना ने बिहार में बढ़ते अपराध और पुलिस की असफलता को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
पप्पू यादव के नेतृत्व में यदि यह आवाज़ एक जन आंदोलन का रूप लेती है, तो यह बिहार की राजनीति और प्रशासनिक ढांचे के लिए एक चेतावनी साबित हो सकती है।

