भगवानपुर ओवरब्रिज पर दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक चालक की मौत, परिवार में छाया मातम

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भगवानपुर ओवरब्रिज पर दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक चालक की मौत, परिवार में छाया मातम।

वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है, जिसने एक पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। यह दुर्घटना भगवानपुर ओवरब्रिज पर हुई, जहां एक अज्ञात वाहन ने ट्रक चालक को टक्कर मार दी। इस हादसे में ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के द्रोणपुर गांव निवासी नरेश कुमार (36) के रूप में की गई है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए दुखद और चिंताजनक है।

घटना का पूरा विवरण:
यह घटना रात के समय की बताई जा रही है, जब नरेश कुमार पटना जाने के लिए अपने घर से ट्रक लेकर निकले थे। नरेश का ट्रक मुस्कान होटल के पास रूका था, जहां वे चाय पीने के लिए रुके थे। इसी दौरान जब वे सड़क पार कर रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें तेज रफ्तार से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि नरेश की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा भगवानपुर ओवरब्रिज पर हुआ, जो आए दिन हादसों का गवाह बनता जा रहा है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह हादसा देर रात का है, जब सड़क पर ट्रैफिक अपेक्षाकृत कम होता है, लेकिन कुछ वाहन तेज रफ्तार में होते हैं। नरेश ने ट्रक को सड़क किनारे रोक कर चाय पीने के लिए होटल की ओर रुख किया था। वह जैसे ही सड़क पार करने लगे, तभी तेज रफ्तार में आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। यह हादसा इतना अचानक हुआ कि आसपास के लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नरेश ने दम तोड़ दिया।

पुलिस की भूमिका:
घटना की सूचना मिलते ही भगवानपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल कार्रवाई करते हुए शव को अपने कब्जे में ले लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और अज्ञात वाहन की पहचान के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी वाहन और उसके चालक की पहचान कर ली जाएगी।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ :
मृतक नरेश कुमार के पिता कैलाश राय ने बताया कि उनका बेटा कल शाम को पटना के लिए ट्रक लेकर निकला था। वह दो भाइयों में सबसे छोटा था और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियां भी उसी पर थीं। नरेश की असामयिक मृत्यु से पूरा परिवार शोक में डूबा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पिता कैलाश राय ने बताया कि नरेश बेहद मेहनती और जिम्मेदार बेटा था। उसकी कमी अब कभी पूरी नहीं हो सकेगी।

नरेश की जीवनी और पारिवारिक पृष्ठभूमि:
नरेश कुमार एक सामान्य ग्रामीण परिवार से ताल्लुक रखते थे। वे अपने पिता कैलाश राय के सबसे छोटे बेटे थे और ट्रक चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। नरेश की शादी हो चुकी थी और उनके दो छोटे बच्चे भी हैं। घर में एकमात्र कमाने वाले सदस्य की असमय मौत ने पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति को डगमग कर दिया है। नरेश का सपना था कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाए और परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाए।

हादसे के पीछे लापरवाही :
इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या तेज रफ्तार और वाहन चालकों की लापरवाही इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार है? भगवानपुर ओवरब्रिज पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। न तो यहां पर्याप्त स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था है और न ही कोई गति नियंत्रण उपाय।

स्थानीय लोगों की मांग है कि ओवरब्रिज के आसपास स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं, साथ ही चौकसी बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

प्रशासन से मांग :
परिजनों और स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस हादसे की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषी वाहन चालक को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाए। साथ ही मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए ताकि उनके जीवन की कठिनाइयों को कुछ हद तक कम किया जा सके।

ट्रक चालकों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा :
यह हादसा इस बात की ओर भी इशारा करता है कि ट्रक चालकों की सुरक्षा के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। आए दिन सड़कों पर ट्रक ड्राइवर हादसों के शिकार होते हैं, लेकिन उनके लिए न तो कोई विशेष सुरक्षा व्यवस्था होती है और न ही पर्याप्त विश्राम स्थल। ट्रक चालक लंबी दूरी तय करते हैं और कई बार रात में थकान और खराब रोशनी में उन्हें सड़क पार करने में जोखिम उठाना पड़ता है।

निष्कर्ष
नरेश कुमार की मौत एक व्यक्तिगत क्षति नहीं, बल्कि समाज और सिस्टम के लिए एक चेतावनी है। यह हादसा बताता है कि सड़कों की सुरक्षा, तेज रफ्तार पर नियंत्रण और ट्रक चालकों के लिए सुरक्षित बुनियादी ढांचे की तत्काल आवश्यकता है। जब तक सरकार और प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाते, तब तक नरेश जैसे कई परिवार अपनों को इसी तरह खोते रहेंगे।

Writen by RUPESH KUMAR SINGH 
DIRECTOR SGNEWS MEDIA 

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