विशेष रिपोर्ट
राजापाकड़ में महागठबंधन चुनावी कार्यालय का भव्य उद्घाटन — प्रतिमा दास ने कहा, “जनता का साथ ही असली शक्ति है”
राजापाकड़, वैशाली | दिनांक: 28 अक्टूबर 2025
राजनीति में जनता का विश्वास सबसे बड़ी ताकत होती है — और यही विश्वास सोमवार को राजापाकड़ बाजार में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जब महागठबंधन के चुनावी कार्यालय का शुभारंभ विधायक एवं प्रत्याशी प्रतिमा कुमारी दास ने किया।
पोस्ट ऑफिस के समीप बने इस नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने यह भी साबित कर दिया कि राजापाकड़ की जनता महागठबंधन के साथ खड़ी है।
उत्साह और उमंग से भरा उद्घाटन समारोह
सुबह से ही राजापाकर बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी। महिलाएँ पारंपरिक वेशभूषा में, युवा हाथों में झंडे और बैनर लिए हुए, और बुजुर्ग उत्साह से लबरेज — हर वर्ग इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचा।
“महागठबंधन जिंदाबाद”, “प्रतिमा दास आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं” जैसे नारों से पूरा बाजार गूंज उठा।
जनता की इस भागीदारी ने माहौल को पूर्णतः जनउत्सव में बदल दिया।
प्रतिमा दास का संदेश — ‘हम साथ चलेंगे, तो जीतेंगे’
उद्घाटन समारोह में उपस्थित होकर प्रतिमा दास ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और जनता को संबोधित किया।
उन्होंने कहा —
“यह कार्यालय सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा का केंद्र बनेगा।
मैं आप सभी के विश्वास, प्रेम और आशीर्वाद के लिए हृदय से धन्यवाद देती हूँ।
आइए, मिलकर एक नया अध्याय लिखें —
‘हम साथ चलेंगे, तो जीतेंगे।’”
उनके इस संदेश पर लोगों ने जोश से ताली बजाकर समर्थन जताया। कई कार्यकर्ताओं ने इसे “जनता और प्रतिनिधि के बीच विश्वास की डोर” बताया।
कार्यालय का उद्देश्य — जनता से सीधा संवाद
महागठबंधन का यह नया कार्यालय भविष्य में क्षेत्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु बनेगा।
यहाँ से न केवल चुनावी रणनीतियों का संचालन होगा, बल्कि जनसुनवाई और सामाजिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
प्रतिमा दास ने बताया कि कार्यालय जनता के हर वर्ग के लिए हमेशा खुला रहेगा —
“यह दरवाज़ा जनता की बात सुनने और समाधान करने के लिए है, आदेश देने के लिए नहीं।”
स्थानीय नेतृत्व की मजबूत उपस्थिति
उद्घाटन कार्यक्रम में कई प्रमुख नेताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया।
कार्यक्रम में मौजूद थे —
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विंग कमांडर अनुमा आचार्य, राजापाकड़ विधानसभा की पर्यवेक्षक
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कैलाश राय, प्रखंड अध्यक्ष
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संतोष सिंह, जिला महासचिव
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रीना देवी, महिला विंग की प्रभारी
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विनोद यादव, वरिष्ठ समाजसेवी
साथ ही दर्जनों पंचायत प्रतिनिधि और सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एवं समर्थक उपस्थित रहे।
जनता की आवाज़ और उम्मीदें
राजापाकड़ की जनता ने कार्यक्रम में जो उत्साह दिखाया, वह आने वाले समय के राजनीतिक संकेत भी देता है।
एक स्थानीय व्यापारी ने कहा —
“प्रतिमा जी हमेशा आम जनता के बीच रही हैं। उनकी सादगी और सेवा भाव ही उनकी सबसे बड़ी पहचान है।”
वहीं, एक युवा कार्यकर्ता ने कहा —
“हमारा विश्वास है कि अगर प्रतिमा दास दोबारा चुनकर आती हैं तो शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आएगा।”
ऐसी प्रतिक्रियाएँ यह दर्शाती हैं कि जनता अब सिर्फ वादों पर नहीं, काम और भरोसे पर मतदान करने को तैयार है।
महागठबंधन के लिए नई ऊर्जा का केंद्र
यह उद्घाटन महागठबंधन कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत बन गया है।
वक्ताओं ने मंच से कहा कि इस बार का चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि विचार परिवर्तन का चुनाव है।
कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा —
“हमारा लक्ष्य है – हर घर तक विकास, हर दिल में विश्वास।”
प्रतिमा दास की अपील — “विकास की रफ्तार थमने न दें”
अपने संबोधन में प्रतिमा दास ने विकास को प्राथमिकता बताते हुए कहा —
“हमने जनता के बीच रहकर सड़कों, शिक्षा, बिजली, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो काम किया है, वही हमारी पहचान है।
आने वाले समय में राजापाकड़ को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारा लक्ष्य है।”
उन्होंने कहा कि चुनाव केवल जीतने के लिए नहीं लड़ा जा रहा, बल्कि लोगों के जीवन में वास्तविक सुधार लाने के लिए लड़ा जा रहा है।
राजापाकड़ में बदलता राजनीतिक माहौल
राजापाकड़ विधानसभा क्षेत्र अब राजनीतिक रूप से फिर से चर्चा में है।
महागठबंधन के इस उद्घाटन ने चुनावी समर में नई दिशा और रफ्तार दे दी है।
स्थानीय विश्लेषकों का मानना है कि यह आयोजन जनता में एकजुटता और विश्वास का संदेश देने में सफल रहा है।
जहाँ एक ओर महागठबंधन समर्थक उत्साह से लबरेज हैं, वहीं विरोधी दलों में भी इस आयोजन को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
— जनता और नेतृत्व के बीच शुरुआत
राजापाकड़ बाजार का यह ऐतिहासिक दिन राजनीति में जनता की भूमिका को पुनः परिभाषित करता है।
महागठबंधन कार्यालय का उद्घाटन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह उस विश्वास और रिश्ते का प्रतीक था जो प्रतिमा दास और उनकी जनता के बीच वर्षों से कायम है।
आज राजापाकड़ ने यह संदेश दे दिया है —
“जब जनता जागरूक हो, तो बदलाव निश्चित होता है।”
और प्रतिमा दास ने यह साबित कर दिया कि जनता ही उनकी असली ताकत है।

