नामामि गंगे घाट पर हरिद्वार जैसी भव्य गंगा आरती
प्रस्तावना
गंगा नदी भारतीय संस्कृति, आस्था और जीवन का प्रतीक है। गंगा की पवित्रता और महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी), नई दिल्ली के निर्देश पर नगर परिषद हाजीपुर द्वारा पर्यटन विकास एवं नदी स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 06 सितंबर 2025, शनिवार को पूर्णिमा की संध्या पर कौनहारा घाट स्थित नामामि गंगे घाट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ पूजा-अर्चना एवं दीप प्रज्वलन से हुआ।
इस अवसर पर हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह, नगर परिषद की सभापति डॉ. संगीता कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, तथा प्रसिद्ध समाजसेवी एवं चंदामामा के प्रोपराइटर मनीष कुमार मुन्ना ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर गंगा माता का आशीर्वाद लिया।
गंगा का जलस्तर बढ़ जाने के बावजूद भी श्रद्धालुओं की भीड़ बड़ी संख्या में उमड़ पड़ी, जो इस आयोजन की लोकप्रियता और आस्था का परिचायक था।
सभापति डॉ. संगीता कुमारी का संबोधन
नगर परिषद की माननीय सभापति डॉ. संगीता कुमारी ने इस अवसर पर कहा:
-
“कल चंद्रग्रहण होने के कारण आज ही पूर्णिमा की संध्या पर गंगा आरती का आयोजन किया गया है।”
-
उन्होंने बताया कि पहले लोग काशी, वाराणसी और हरिद्वार जाकर गंगा आरती का अनुभव करते थे, लेकिन अब हाजीपुर के नामामि गंगे घाट पर भी उतनी ही भव्य आरती आयोजित हो रही है।
-
उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही घाट का और भी विकास कार्य किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
विधायक अवधेश सिंह का वक्तव्य
हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि:
-
गंगा आरती के आयोजन से धार्मिक जागरूकता लोगों में बढ़ रही है।
-
बिहार सरकार की योजनाओं के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
-
उन्होंने विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में यह गंगा आरती हरिद्वार और वाराणसी की तरह भव्य पहचान बनाएगी और हाजीपुर का गौरव बढ़ाएगी।
समाजसेवी मनीष कुमार का संकल्प
चंदामामा के प्रोपराइटर एवं समाजसेवी मनीष कुमार मुन्ना ने घोषणा की कि आने वाली गंगा आरती में भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को न सिर्फ धार्मिक अनुभव मिलेगा बल्कि प्रसाद व सामूहिक भोजन का भी अवसर प्राप्त होगा।
श्रद्धालुओं की अपार भीड़
गंगा का जलस्तर बढ़ा होने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पूरा घाट दीपों की रोशनी और गंगा आरती की मंत्रध्वनि से गूंज उठा।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख थे:
-
रामू कुमार सहनी (सामाजिक कार्यकर्ता)
-
रंजन सिंह
-
पार्षद प्रतिनिधि जयपत पासवान
-
अविनाश कुमार
-
मां तारा सेवा निधि के आचार्य अनिल, अभिषेक, अर्जुन, अरविंद, सोनू आर्या
-
जिला परियोजना पदाधिकारी, जिला गंगा समिति मुनेश कुमार
-
नगर परिषद नगर प्रबंधक अभय कुमार निराला
-
सहायक लोक स्वच्छता अधिकारी मोहित अभिषेक
-
डॉ. ज्योति, रवि रंजन, डॉ. सुशील, उदय राम, पवन यादव समेत सैकड़ों श्रद्धालु
गंगा आरती का महत्व
गंगा आरती केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह:
-
गंगा की पवित्रता और महत्व का स्मरण कराता है।
-
लोगों को नदी संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूक करता है।
-
पर्यटन को बढ़ावा देता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।
-
समाज में धार्मिक सद्भाव और एकता का संदेश देता है।
पर्यटन विकास की दिशा में कदम
हाजीपुर का नामामि गंगे घाट अब धीरे-धीरे पर्यटन का केंद्र बनने जा रहा है।
-
यहां की गंगा आरती स्थानीय ही नहीं, बल्कि बाहरी राज्यों के लोगों को भी आकर्षित करेगी।
-
इससे क्षेत्र में होटल व्यवसाय, परिवहन और स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
-
घाट के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य से यह जगह आने वाले समय में धार्मिक-पर्यटन स्थल बन जाएगी।
नदी स्वच्छता से जुड़ा संदेश
एनएमसीजी के निर्देशानुसार आयोजित इस गंगा आरती ने लोगों को यह संदेश भी दिया कि:
-
गंगा की स्वच्छता और संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।
-
गंगा केवल नदी नहीं, बल्कि जनजीवन और संस्कृति की धारा है।
-
ऐसे आयोजन लोगों में नदी को प्रदूषण मुक्त रखने की प्रेरणा देते हैं।
हाजीपुर के नामामि गंगे घाट पर आयोजित इस भव्य गंगा आरती ने न सिर्फ श्रद्धालुओं का दिल जीता बल्कि यह संदेश भी दिया कि हाजीपुर अब हरिद्वार जैसी भव्य गंगा आरती के लिए जाना जाएगा।
इस आयोजन से हाजीपुर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बढ़ा है और आने वाले समय में यह गंगा आरती पूरे बिहार और भारत में अपनी अलग पहचान बनाएगी।

