जीविका दीदियों का सशक्तिकरण: रोजगार सह मार्गदर्शन मेला में उमड़ा उत्साह
प्रस्तावना
वैशाली जिले के बिदुपुर बाजार स्थित बिंदा मैरेज हॉल में जीविका वैशाली की ओर से एक भव्य रोजगार सह मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार जी ने विशेष रूप से शामिल होकर जीविका दीदियों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में जीविका से जुड़ी सैकड़ों दीदियों की उपस्थिति रही। साथ ही डीडीसी वैशाली, पूर्व विधायक राघोपुर, जदयू जिला अध्यक्ष वैशाली, डीपीएम जीविका सहित कई गणमान्य अतिथियों ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
जीविका का बढ़ता दायरा और योगदान
बिहार सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में जीविका आज पूरे राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण का एक सशक्त स्तंभ बन चुका है।
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ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता:
जीविका के माध्यम से आज लाखों महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। छोटे-छोटे व्यवसाय, स्वरोजगार और विभिन्न उद्यमों से जुड़कर महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। -
संगठन की भूमिका:
यह संगठन महिलाओं को प्रशिक्षण, पूंजी और बाज़ार उपलब्ध कराकर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देता है। -
परिवार और समाज में योगदान:
जीविका से जुड़कर महिलाएं न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं, बल्कि समाज में भी एक नई पहचान बना रही हैं।
रोजगार सह मार्गदर्शन मेला का महत्व
यह मेला जीविका दीदियों के लिए रोजगार, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन का सुनहरा अवसर साबित हुआ।
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रोजगार के अवसर:
मेले में महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगार के अवसरों की जानकारी दी गई। -
कौशल विकास:
विशेषज्ञों ने बताया कि कौशल विकास से महिलाएं अपने व्यवसाय को और बेहतर बना सकती हैं। -
प्रेरणा का स्रोत:
माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार जी और अन्य अतिथियों ने जीविका दीदियों को प्रेरित किया कि वे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें और समाज के विकास में अपनी भूमिका निभाएं।
अतिथियों का संबोधन
श्रवण कुमार (माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग)
मंत्री जी ने कहा कि –
"जीविका आज सिर्फ संगठन नहीं बल्कि एक क्रांति है। ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में जीविका की अहम भूमिका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हर महिला को अवसर देने का काम किया जा रहा है।"
अन्य नेताओं का वक्तव्य
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डीडीसी वैशाली ने कहा कि जीविका ग्रामीण महिलाओं को नेतृत्व का मंच प्रदान कर रही है।
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पूर्व विधायक राघोपुर ने जीविका दीदियों के संघर्ष और मेहनत को सराहा।
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जदयू जिला अध्यक्ष वैशाली ने महिलाओं के सशक्तिकरण को पार्टी की प्राथमिकता बताया।
जीविका दीदियों का उत्साह
मेले में शामिल सभी दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए।
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किसी ने बताया कि जीविका से जुड़कर वह अब दूध व्यवसाय चला रही हैं।
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कुछ ने बताया कि जीविका ने उन्हें हस्तशिल्प और सिलाई-कढ़ाई का काम सिखाया।
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कई दीदियों ने कहा कि अब वे बैंक लोन लेकर बड़े स्तर पर काम करने की तैयारी कर रही हैं।
उनकी कहानियां इस बात की गवाही देती हैं कि जीविका ने गांव-गांव में परिवर्तन की लहर ला दी है।
सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन
जीविका की वजह से ग्रामीण समाज में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं:
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आर्थिक आत्मनिर्भरता: महिलाएं अब अपने पैरों पर खड़ी हैं।
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सामाजिक सम्मान: जीविका दीदियों को समाज में एक नई पहचान मिली है।
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निर्णय लेने की क्षमता: अब महिलाएं घर के साथ-साथ समाज और पंचायत स्तर पर भी निर्णय ले रही हैं।
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शिक्षा और जागरूकता: जीविका से जुड़कर महिलाओं में शिक्षा और सामाजिक मुद्दों को लेकर जागरूकता बढ़ी है।
बिहार के विकास में जीविका की भूमिका
आज जीविका केवल महिलाओं का संगठन नहीं बल्कि बिहार के विकास का आधार बन गया है।
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यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है।
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स्वरोजगार को बढ़ावा देकर बेरोजगारी की समस्या को कम कर रहा है।
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महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर समाज में संतुलन और समानता स्थापित कर रहा है।
बिदुपुर बाजार में आयोजित रोजगार सह मार्गदर्शन मेला जीविका दीदियों के लिए प्रेरणा का मंच बना। इस अवसर पर दीदियों का जोश और समर्पण देखकर यह साफ है कि जीविका अब एक नई आर्थिक और सामाजिक क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।
बिहार के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मंत्री श्री श्रवण कुमार जी के मार्गदर्शन में जीविका आने वाले वर्षों में और भी बड़ा परिवर्तन लेकर आएगा।
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