गोपाल खेमका हत्याकांड: पटना में व्यवसायी की हत्या से सनसनी, एनडीए सरकार ने SIT गठित की
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का बयान: किसी को बख्शा नहीं जाएगा
✍ रिपोर्ट: रूपेश कुमार सिंह, SG NEWS
राजधानी पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या
बिहार की राजधानी पटना में प्रमुख व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस दर्दनाक घटना से पूरे राज्य में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई है। गोपाल खेमका राज्य के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में गिने जाते थे, और उनके बेटे गुंजन खेमका की वर्ष 2018 में हाजीपुर में हत्या हो चुकी थी।
एक ही परिवार में पिता और पुत्र दोनों की हत्या, वह भी छह वर्षों के अंतराल में, यह सवाल खड़ा करता है कि क्या यह केवल आपराधिक वारदात है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छुपी है?
अपार्टमेंट के बाहर अपराधियों ने मारी गोली
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार की देर रात गोपाल खेमका पटना स्थित अपने अपार्टमेंट के बाहर टहल रहे थे। इसी दौरान, मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात अपराधी आए और उन पर करीब से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
गोली लगते ही वे वहीं गिर पड़े। पास के लोगों ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर छह से सात गोलियां चलने की बात कही जा रही है।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का बयान: किसी को बख्शा नहीं जाएगा
इस हत्याकांड पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने हाजीपुर में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“यह एक अत्यंत दुखद और गंभीर घटना है। अपराधियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। एनडीए सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि:
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हथियारों की बरामदगी जल्द की जाएगी
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अपराधियों की पहचान की जा रही है
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न्यायिक प्रक्रिया तेज की जाएगी
2018 की घटना की पुनरावृत्ति: गुंजन खेमका की हत्या भी गोली मारकर हुई थी
इस घटना को लेकर लोगों की स्मृतियों में 2018 की 20 दिसंबर की वह काली दोपहर ताजा हो गई, जब गुंजन खेमका, जो गोपाल खेमका के इकलौते बेटे थे, की हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वह अपने कार्यालय से बाहर निकल रहे थे तभी अपराधियों ने बिलकुल पास से कई गोलियां दागीं। उस समय गुंजन की उम्र महज 40 वर्ष थी।
अब 6 वर्षों बाद उनके पिता की हत्या, वह भी उसी तरह गोली मारकर, यह सवाल खड़ा करता है कि क्या खेमका परिवार को निशाना बनाया जा रहा है?
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
घटना के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने सरकार की कानून व्यवस्था को विफल बताया और कहा कि अब व्यवसायी तक सुरक्षित नहीं रहे।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा:
“जब राजधानी में व्यवसायी मारे जा रहे हैं, तो गांव-कस्बों में आम लोगों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?”
वहीं कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने भी एनडीए सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
न्याय की मांग और सुरक्षा की गुहार
गोपाल खेमका के परिजन इस घटना से स्तब्ध और टूटे हुए हैं। एक ही परिवार में पहले पुत्र और अब पिता की हत्या ने गहरा मानसिक आघात पहुंचाया है।
परिवार के सदस्यों ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हमारा सब कुछ छिन गया। अब बस यही चाहते हैं कि दोषियों को जल्द सजा मिले और हम लोगों को सुरक्षा दी जाए।”
पटना और हाजीपुर के व्यापारी संगठनों में आक्रोश
घटना के बाद पटना और हाजीपुर के व्यापारी संगठनों में आक्रोश देखने को मिला। कई व्यापार मंडलों ने बंद का आह्वान किया और सरकार से व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
पटना व्यवसाय मंडल के अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह बोले:
“यदि एक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित व्यवसायी परिवार को टारगेट किया जा रहा है, तो छोटे दुकानदार कैसे सुरक्षित रहेंगे?”
पुलिस और SIT की कार्रवाई: सुराग जुटाने में जुटी टीमें
घटना के बाद पटना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें सक्रिय हो गई हैं। वहीं अब SIT का गठन होने के बाद जांच को नई दिशा दी जा रही है। पुलिस ने बताया कि:
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सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं
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गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं
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मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं
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अपराधियों की पहचान के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं
व्यावसायिक रंजिश या संगठित अपराध?
अभी तक हत्या के पीछे के मकसद को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्या के पीछे हो सकता है:
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पुरानी व्यावसायिक दुश्मनी
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2018 की घटना से जुड़ा प्रतिशोध
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कोई संगठित अपराध गिरोह जो खेमका परिवार को निशाना बना रहा हो
SIT को इन सभी एंगल्स से जांच करने का आदेश दिया गया है।
📍 SG NEWS विशेष संवाददाता – रूपेश कुमार सिंह
🗓️ तिथि – 05जुलाई 2025 | स्थान – पटना/हाजीपुर

