गोरौल बाजार लूटकांड के विरोध में बंद रहे सभी प्रतिष्ठान, व्यापारी संघ ने किया एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
लूट की राशि 39 लाख की बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग, 48 घंटे का अल्टीमेटम
🔴 गोरोल बाजार में व्यापारी लूटकांड के खिलाफ सड़कों पर
वैशाली जिले के गोरोल बाजार में हाल ही में हुई ₹39 लाख की बड़ी लूट की घटना के खिलाफ आज पूरे प्रखंड के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। लूटकांड से नाराज व्यापारियों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी और लूटी गई राशि की शीघ्र बरामदगी की मांग की।
👥 धरना का नेतृत्व और आयोजन
इस विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता दुकानदार संघ के अध्यक्ष श्याम प्रसाद शाह ने की, जबकि संचालन अरुण प्रसाद शाह ने किया। दोनों वरिष्ठ व्यापारियों ने कहा कि यह आंदोलन केवल एक व्यापारी के लिए नहीं, बल्कि पूरे व्यापारिक समुदाय की सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई है।
सभी दुकानदार भाइयों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रख धरना में शामिल होकर व्यापारी एकजुटता का परिचय दिया।
📣 संगठन की चेतावनी: 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो होगा जिला व्यापी आंदोलन
धरना स्थल पर मौजूद प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण भगवान सोनी ने अपने आक्रोशित भाषण में कहा:
"जिस तरह से अपराधी बेखौफ होकर 39 लाख की लूट कर फरार हो जाते हैं, यह दर्शाता है कि प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। यदि 48 घंटे के भीतर अपराधियों की गिरफ्तारी और लूटी गई राशि की बरामदगी नहीं होती है, तो हम वैशाली जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन करेंगे।"
उन्होंने प्रशासन को सख्त शब्दों में चेतावनी दी और ज्ञापन भी सौंपा।
📷 सीसीटीवी लगाने का वादा, स्थानीय जनप्रतिनिधि आए समर्थन में
धरना स्थल पर स्थानीय जनप्रतिनिधि सिद्धार्थ पटेल भी पहुंचे और व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा:
"गोरोल बाजार के हर कोने में जल्द सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही यदि किसी दुकानदार को कोई भी परेशानी होती है तो प्रशासन और हम सब साथ खड़े रहेंगे।"
उन्होंने यह भी वादा किया कि बाजार की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा।
🗣️ व्यापारियों की पीड़ा: "हमारे पसीने की कमाई छीन ली गई"
धरना में मौजूद कई व्यापारियों ने भावुक होकर अपनी बात रखी। पीड़ित दुकानदार ने कहा:
"यह हमारी वर्षों की मेहनत की पूंजी थी, जिसे दिनदहाड़े लूट लिया गया। अब हमें डर है कि हम दुकान कैसे खोलें। पुलिस सिर्फ आश्वासन देती है, कार्रवाई कहां है?"
👮 प्रशासन की भूमिका पर सवाल
व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि इतनी बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस की कार्रवाई धीमी है। गश्ती, छापेमारी और सुराग ढूंढने की दिशा में अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं दिख रहा है।
कुछ व्यापारियों ने सवाल उठाया कि क्या आज के समय में भी बाजारों की सुरक्षा के लिए प्रशासन को चेताने की जरूरत है?
📑 ज्ञापन सौंपा, मांगे रखी गई
धरना के अंत में दुकानदारों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें निम्नलिखित मांगें रखी गईं:
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तुरंत अपराधियों की गिरफ्तारी
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लूटी गई ₹39 लाख की शीघ्र बरामदगी
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गोरोल बाजार में हर दुकान के आसपास सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था
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पुलिस गश्ती में नियमितता और चौकसी
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व्यापारियों के लिए सुरक्षा समिति का गठन
📍 धरना में शामिल प्रमुख व्यापारी और नेता
इस धरना में गोरोल बाजार के कोने-कोने से आए व्यापारियों के साथ-साथ कई सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और व्यापारी संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रमुख नामों में शामिल थे:
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श्याम प्रसाद शाह (दुकानदार संघ अध्यक्ष)
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अरुण प्रसाद शाह (संघ संचालक)
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कृष्ण भगवान सोनी (प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष)
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सिद्धार्थ पटेल (स्थानीय जनप्रतिनिधि)
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मुकेश कुमार राय, संजय प्रसाद, राकेश यादव, संतोष साह
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रजनीश साह, विमल पासवान, शिवप्रसाद ठाकुर
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सैकड़ों की संख्या में व्यापारीगण और आम नागरिक
🔚 : व्यापारी वर्ग में भय और प्रशासन से उम्मीद
गोरोल बाजार की यह लूटकांड न केवल आर्थिक नुकसान है, बल्कि व्यापारियों के मनोबल और सुरक्षा भावना को भी गहरा आघात है। आज का यह धरना स्पष्ट संकेत देता है कि व्यापारी अब अपने हक और सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं।
यदि प्रशासन समय पर कार्रवाई नहीं करता है, तो यह आक्रोश जिला व्यापी जन आंदोलन में तब्दील हो सकता है।
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रिपोर्टर: गोरोल संवाददाता
स्थान: गोरोल बाजार, वैशाली जिला
दिनांक: 13 जुलाई 2025

