सिवान हत्याकांड पर भड़की करणी सेना: "सोया हुआ शेर मत जगाओ, तांडव मच जाएगा" – वैशाली जिला अध्यक्ष मोहन सिंह का तीखा बयान,
सिवान में क्षत्रिय समाज के लोगों की हत्या पर राजपूत करणी सेना का आक्रोश
बिहार के सिवान जिले में हाल ही में हुए जघन्य चारहरे हत्याकांड ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना के विरोध में राजपूत करणी सेना की वैशाली इकाई ने मोर्चा खोल दिया है। जिला अध्यक्ष मोहन सिंह ने इस नरसंहार की तीव्र निंदा करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि यदि अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया, तो परिणाम गंभीर होंगे।
जिला अध्यक्ष मोहन सिंह का चेतावनी भरा बयान: "सोया हुआ शेर मत जगाओ"
वैशाली के करणी सेना अध्यक्ष मोहन सिंह ने तीखे लहजे में कहा:
अगर क्षत्रिय समाज के सब्र का इम्तिहान लिया गया, तो तांडव मच सकता है। सोए हुए शेर को जगाना ठीक नहीं होता, और अगर वो जाग गया, तो फिर किसी के काबू में नहीं आएगा।"
उन्होंने सिवान हत्याकांड को लेकर सरकार की निष्क्रियता और प्रशासन की लापरवाही पर कड़ा सवाल उठाया और कहा कि अगर अपराधियों को जल्द नहीं पकड़ा गया, तो राजपूत समाज सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगा।
सरकार को चेतावनी: "मुख्य आरोपियों को फांसी दो"
मोहन सिंह ने राज्य सरकार से मांग की कि इस हत्याकांड के मुख्य दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल चार व्यक्तियों पर नहीं, बल्कि पूरे क्षत्रिय समाज की अस्मिता पर हमला है। ऐसी घटनाएं समाज को बांटने और डराने का काम कर रही हैं, जिसे क्षत्रिय समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
"पूरा वैशाली क्षत्रिय समाज पीड़ित परिवार के साथ"
मोहन सिंह ने कहा कि वे पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा:
"हम जल्द ही सिवान जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। उनकी लड़ाई अब हमारी लड़ाई है।"
साथ ही उन्होंने पूरे बिहार के क्षत्रिय समाज से एकजुट होकर इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने की अपील की।
आंदोलन की चेतावनी: "शांति को कमजोरी मत समझे सरकार"
मोहन सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि करणी सेना अभी तक शांति बनाए हुए है, लेकिन अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा:
"हमारी शांति को कमजोरी मत समझिए। अगर क्षत्रिय समाज ने आंदोलन किया तो बिहार की सड़कों पर सिंहगर्जना सुनाई देगी।"
करणी सेना की मांगें
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सिवान हत्याकांड के सभी आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी
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दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए फांसी की सजा
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पीड़ित परिवार को पर्याप्त सरकारी मुआवजा और सुरक्षा
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क्षत्रिय समाज को सुरक्षा की गारंटी
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राज्य सरकार को क्षत्रिय प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलानी चाहिए
समाज में आक्रोश और असुरक्षा का माहौल
सिवान की यह दिल दहला देने वाली घटना पूरे क्षत्रिय समाज के लिए गहरे आघात के समान है। समाज के लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है। करणी सेना के अनुसार, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों और समाज के हर वर्ग को समान सुरक्षा मिले।
संवेदनशीलता और न्याय की मांग
इस मुद्दे को लेकर कई सामाजिक संगठनों, क्षेत्रीय नेताओं और आम नागरिकों ने भी सरकार से त्वरित कार्रवाई और न्याय की मांग की है। लोग चाहते हैं कि हत्या के पीछे के कारणों की निष्पक्ष जांच हो और राजनीतिक हस्तक्षेप से दूर रहकर दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
अन्याय के खिलाफ एकजुट हो रहा समाज
सिवान हत्याकांड ने एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मुद्दे को लेकर क्षत्रिय समाज और करणी सेना संगठित और मुखर हो चुकी है। मोहन सिंह के बयानों ने साफ कर दिया है कि यदि सरकार निष्क्रिय रही, तो यह आंदोलन केवल सिवान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि बिहार भर में इसका असर देखने को मिलेगा।
📍 रिपोर्ट: SG NEWS डेस्क, वैशाली
📅 दिनांक: 09 जुलाई 2025
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