चिराग पासवान का विपक्ष पर तीखा प्रहार: "राजनीतिकरण नहीं, वोटर सूची सुधार में जनता की मदद करें"
✍ SG NEWS रिपोर्ट | रूपेश कुमार सिंह | हाजीपुर, बिहार
📅 07 जुलाई 2025
🔴 बिहार बंद पर सियासी बयानबाज़ी तेज
बिहार में आगामी 9 जुलाई को विपक्ष द्वारा घोषित ‘बिहार बंद’ के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए वोटर लिस्ट सुधार के मुद्दे पर घेराबंदी की है।
🗳️ चुनाव आयोग पर विपक्ष के आरोपों को किया खारिज
चिराग पासवान ने विपक्ष के इस आरोप को बेबुनियाद और राजनीतिक स्टंट बताया जिसमें कहा गया है कि चुनाव आयोग मनमानी कर रहा है और वोटर लिस्ट से लोगों को बाहर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा:
"जब चुनाव आयोग सभी दलों को चर्चा के लिए बुलाता है तो कोई नहीं आता और बाहर से उस पर आरोप लगाते हैं। अगर आपके पास सबूत हैं तो सामने लाइए। सिर्फ बयानबाजी से लोकतंत्र मजबूत नहीं होता।"
🤝 कार्यकर्ताओं को किया निर्देशित: "जनता की मदद करें"
चिराग पासवान ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया है कि:
"यदि किसी को वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने या संशोधन कराने में कठिनाई हो रही है, तो वे तुरंत उसकी मदद करें। ये संवैधानिक अधिकार है, और हमें इसके लिए लोगों के साथ खड़े रहना चाहिए।"
🔍 वोटर लिस्ट सैनिटाइजेशन क्यों जरूरी है?
चिराग पासवान ने कहा कि वोटर लिस्ट का सैनिटाइजेशन जरूरी है क्योंकि कई बार देखने में आता है कि:
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मृत लोगों के नाम अभी भी वोटर लिस्ट में शामिल होते हैं।
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वास्तविक मतदाता जिनका नाम होना चाहिए, वे सूची से बाहर हो जाते हैं।
इस स्थिति को सुधारने के लिए समय-समय पर चुनाव आयोग की ओर से विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) चलाया जाता है।
⚖️ "विपक्ष राजनीति छोड़, जनसेवा करे"
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा:
"अगर आप लोकतंत्र की बात करते हैं, तो जिम्मेदारी भी निभाइए। लोगों को जागरूक कीजिए, उनकी मदद कीजिए। लेकिन अफसोस की बात है कि कुछ दल इस मुद्दे को भी राजनीतिक रंग देकर जनता को भटका रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि इस तरह के बंद और विरोध प्रदर्शन केवल राजनीतिक लाभ के लिए किए जा रहे हैं, जिनका जनहित से कोई वास्ता नहीं है।
🏛️ सुधार प्रक्रिया को बताया पारदर्शी
चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तकनीकी रूप से सशक्त है। उन्होंने कहा कि आज वोटर लिस्ट में नाम जोड़ना हो या हटाना — सब कुछ ऑनलाइन या BLO के माध्यम से संभव है।
"कोई भी पात्र नागरिक, जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है, वे फॉर्म-6 भरकर नाम जुड़वा सकते हैं। वहीं मृत व्यक्ति या गलत नाम के लिए फॉर्म-7 के माध्यम से संशोधन होता है। ये प्रक्रिया जटिल नहीं, बस सही जानकारी और इच्छाशक्ति होनी चाहिए।"
🗣️ "चुनाव लोकतंत्र का पर्व है, उसकी गरिमा बनाकर रखें"
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि चुनाव सिर्फ वोट डालने का माध्यम नहीं, लोकतंत्र की आत्मा का उत्सव है। इसलिए हम सभी दलों को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि:
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कोई भी योग्य मतदाता छूटे नहीं।
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फर्जी नामों को हटाया जाए।
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जनता को सही जानकारी और सहयोग मिले।
👥 "जनप्रतिनिधि बनें मार्गदर्शक, भड़काने वाले नहीं"
उन्होंने विपक्षी नेताओं को यह भी सलाह दी कि यदि वे सच में जनता के हितैषी हैं तो उन्हें हर गांव, हर बूथ पर जाकर लोगों को इस प्रक्रिया में भागीदार बनाने की दिशा में काम करना चाहिए, न कि जनता को डराने या भटकाने का काम करें।
📣 बंद से जनता को होती है परेशानी, समाधान नहीं
चिराग पासवान ने 9 जुलाई के बिहार बंद पर कहा:
"बंद से केवल दुकानदार, छात्र, मजदूर और आम जनता प्रभावित होती है। इससे न तो किसी समस्या का समाधान होता है और न ही लोगों को लाभ। यदि विपक्ष को आपत्ति है तो वे वैधानिक माध्यम से चुनाव आयोग से बात करें, धरना-प्रदर्शन नहीं, समाधान चाहिए।"
📌 SG NEWS विशेष कवरेज
🗓️ तिथि: 07 जुलाई 2025
📍 स्थान: हाजीपुर, बिहार
🖊️ रिपोर्ट: रूपेश कुमार सिंह

