बिहार छात्र युवा संसद में हज़ारों युवाओं की भागीदारी: डॉ. मुकेश रौशन ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दिलाया संकल्प
छात्र युवा संसद की गूंज और जनसंकल्प
पटना स्थित बापू सभागार में आयोजित "छात्र युवा संसद" में हज़ारों की संख्या में युवा, छात्र और क्रांतिकारी साथी जुटे। यह आयोजन राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बिहार की वर्तमान शिक्षा और रोजगार स्थिति पर जनजागरण और युवाओं की भूमिका तय करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। महुआ विधानसभा के विधायक डॉ. मुकेश रौशन ने वैशाली जिले के महुआ समेत अन्य क्षेत्रों से सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ युवाओं को हरा झंडा दिखाकर पटना रवाना किया और उन्हें इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
युवाओं की चेतना और बदलाव का संकल्प
डॉ. रौशन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का भविष्य तभी उज्ज्वल हो सकता है जब यहां के युवा और छात्र अपने कंधों पर बदलाव की जिम्मेदारी उठाएं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आज का युवा ही कल के बिहार का निर्माता है, और जब तक शिक्षा और रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों पर सरकार की गम्भीरता नहीं दिखेगी, तब तक राज्य आगे नहीं बढ़ सकता।
उन्होंने कहा:
युवा और छात्र ही इस राज्य को 21वीं सदी में प्रगति और समृद्धि की उड़ान दिला सकते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि वे राजनीतिक रूप से सजग और संगठित हों।”
NDA सरकार पर सीधा हमला
डॉ. रौशन ने भाजपा-नीतीश कुमार की सरकार पर तेजतर्रार हमला बोलते हुए कहा कि:
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बिहार की शिक्षा व्यवस्था को 17 वर्षों में रसातल में पहुँचा दिया गया।
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विद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी है।
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पाठ्यक्रम में गुणवत्ता की गिरावट, ड्रॉपआउट रेट और सेशन लेट जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
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प्रत्येक परीक्षा में पेपर लीक, धांधली और प्रशासन की उदासीनता से युवाओं का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार बिहार के युवाओं के साथ अन्याय कर रही है और अब समय आ गया है कि छात्र-युवा मिलकर इस सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएं।
राजद सरकार में शिक्षा सुधार की उपलब्धियाँ
डॉ. रौशन ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि जब राजद को शिक्षा विभाग मिला, तो सिर्फ 17 महीनों के अंदर ही दो लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गई। उन्होंने कहा कि यह प्रमाण है कि यदि इच्छाशक्ति हो तो अल्प समय में भी बड़ा बदलाव संभव है।
हमने दिखाया कि किस तरह सरकार चलती है। राजद ने शिक्षक नियुक्ति के मामले में ऐतिहासिक काम किया।”
छात्र युवा संसद का उद्देश्य और महत्व
छात्र युवा संसद का उद्देश्य सिर्फ एक सभा नहीं था, बल्कि यह एक विचार आंदोलन था, जो युवाओं को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना चाहता है। सभा में शामिल छात्रों को कलम वितरित की गई, जो उनकी शिक्षा, विचार और संघर्ष की शक्ति का प्रतीक बनी।
डॉ. रौशन ने बताया कि:
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कलम केवल एक प्रतीक नहीं है, बल्कि यह छात्रों को ज्ञान और विचार की राह पर प्रेरित करने वाला औजार है।
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यह कार्यक्रम युवाओं को यह स्मरण कराएगा कि राजनीतिक चेतना और सामाजिक समर्पण से ही बदलाव लाया जा सकता है।
बेरोजगारी और निवेश की कमी पर चिंता
सभा में यह भी कहा गया कि:
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बिहार में रोजगार के अवसरों की कमी से युवा पलायन को मजबूर हैं।
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राज्य में निवेश नहीं हो रहा, जिससे औद्योगिक विकास ठप पड़ा है।
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शिक्षा पूरी करने के बाद भी बेरोजगार युवा हताश हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
डॉ. रौशन ने यह भी कहा कि जब छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर आते हैं तो उन पर पुलिस की लाठियां बरसाई जाती हैं, जो अत्यंत निंदनीय है।
बदलाव के लिए राजनीतिक भागीदारी जरूरी
छात्र युवा संसद में यह स्पष्ट किया गया कि अब समय आ गया है कि छात्र और युवा सिर्फ शिक्षा तक सीमित न रहें, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों में भी भाग लें। तभी सरकारों की नीतियों पर असर पड़ेगा और युवाओं के मुद्दे प्राथमिकता पर आएंगे।
“बिहार के छात्रों और युवाओं को अब सिर्फ परीक्षा पास नहीं करनी है, बल्कि सत्ता के गलियारों में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है।”
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प
सभा का सबसे महत्वपूर्ण संदेश था कि बिहार के युवा अब तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। हजारों युवाओं ने एक स्वर में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एक नए बिहार के निर्माण का संकल्प लिया।
डॉ. रौशन ने कहा:
“तेजस्वी यादव युवाओं की आशा हैं, उनका नेतृत्व बिहार को शिक्षा, रोजगार और विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
कलम की ताकत से रचेगा नया बिहार
छात्र युवा संसद ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब बिहार का युवा चुप नहीं बैठेगा, वह कलम की ताकत और जनसंकल्प से न केवल सरकारों को जगाएगा, बल्कि बदलाव की बुनियाद भी रखेगा।
इस आयोजन ने युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपने अधिकारों, जिम्मेदारियों और सामाजिक योगदान को समझें और तेजस्वी यादव जैसे नेतृत्व को आगे लाकर बिहार को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय की राह पर आगे बढ़ाएं।
"युवा जागेगा, बिहार बदलेगा" — यह केवल नारा नहीं, बल्कि अब जन आंदोलन की शुरुआत है।
Writen by RUPESH KUMAR SINGH DIRECTOR SGNEWS OFFICIAL



