विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी: वैशाली में दिव्यांगजनों के सुलभ मतदान हेतु ज़िला पदाधिकारी वर्षा सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
मतदान केंद्रों पर रैंप, ब्रेल, व्हीलचेयर और होम वोटिंग जैसी सुविधाओं के प्रचार-प्रसार पर विशेष बल
वैशाली, बिहार — लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, विशेष रूप से दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिकों के लिए मतदान को सुलभ बनाना चुनाव प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। इसी उद्देश्य से आज वैशाली जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी श्रीमती वर्षा सिंह की अध्यक्षता में "डिस्ट्रिक्ट मॉनिटरिंग कमिटी ऑन एक्सेसिबल इलेक्शंस" की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के मद्देनज़र दिव्यांगजनों (PWD) की चुनावी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की गई।
बैठक का उद्देश्य
बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जिले के प्रत्येक दिव्यांग मतदाता को मतदान प्रक्रिया में पूर्ण रूप से भाग लेने का समान अवसर मिले। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित निर्देशों और योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने पर चर्चा हुई, साथ ही दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक सुविधाओं के प्रचार-प्रसार पर भी विशेष जोर दिया गया।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग की पहल
बैठक को संबोधित करते हुए डीएम वर्षा सिंह ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिव्यांगजन मतदाताओं के लिए चलाई जा रही कई महत्वपूर्ण योजनाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी दी, जो आगामी चुनावों में लागू की जाएंगी। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
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हर मतदान केंद्र पर रैंप की व्यवस्था
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ब्रेल लिपि में डमी बैलेट पेपर की उपलब्धता
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EVM मशीन पर ब्रेल में अंकन की सुविधा
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80 वर्ष से ऊपर और दिव्यांग मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा
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मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर की उपलब्धता
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प्रशिक्षित वॉलंटियरों की तैनाती
वोटर सूची में नाम जोड़ने और संशोधन हेतु निर्देश
डीएम ने निर्देश दिया कि जिन दिव्यांगजनों का नाम मतदाता सूची में नहीं है, उन्हें तत्काल सूची में जोड़ा जाए। वहीं जो मतदाता सूची में तो हैं, लेकिन PWD के रूप में चिन्हित नहीं हैं, उन्हें फॉर्म-8 (प्रपत्र 8) भरने की जानकारी दी जाए ताकि उन्हें विशेष सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
इसके लिए प्रचार अभियान चलाने, शिविरों के आयोजन और दिव्यांग स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से कार्य करने का सुझाव दिया गया।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का प्रचार-प्रसार
डीएम ने वोटर हेल्पलाइन ऐप और सक्षम ऐप के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए कहा कि ये एप्लिकेशन दिव्यांग मतदाताओं को सूचना, पंजीकरण और सुविधा प्राप्ति में सहायक होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इन डिजिटल माध्यमों से घर बैठे कई सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है।
प्रत्येक मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर की व्यवस्था
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जिले के प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम एक व्हीलचेयर उपलब्ध होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व सूचीबद्ध आंकड़ों के आधार पर आवश्यक व्हीलचेयर की संख्या का आंकलन कर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही मतदान केंद्र के भौतिक अवरोधों को हटाने और उसे सुलभ बनाने पर बल दिया गया।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम
डीएम ने यह स्पष्ट किया कि दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के अधिकार और सुविधा के बारे में जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए ज़िला प्रशासन द्वारा स्वीप (SVEEP) कार्यक्रमों, शिक्षण संस्थानों, दिव्यांग सहायता केंद्रों और एनजीओ के माध्यम से लगातार जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
दिव्यांग मतदाताओं के कल्याण हेतु अन्य निर्देश
बैठक में दिव्यांग सशक्तिकरण पदाधिकारी और कल्याण पदाधिकारी को भी निर्देशित किया गया कि निर्वाचन से इतर भी जो योजनाएं दिव्यांगजनों के लिए उपलब्ध हैं, उनका लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों तक पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसे दिव्यांगजन हैं जिन्हें कोई योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, तो उनकी विशेष सूची बनाकर संबंधित विभाग को भेजा जाए।
उपस्थित पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों की भागीदारी
इस अहम बैठक में जिले के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी और प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें शामिल हैं:
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जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण पदाधिकारी
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जिला स्वीप नोडल पदाधिकारी
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उप निर्वाचन पदाधिकारी
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जिला कल्याण पदाधिकारी
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जिला शिक्षा कार्यालय के पदाधिकारी
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दिव्यांग जन स्वयंसेवी प्रतिनिधि
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अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी एवं स्टाफ
इन सभी ने अपनी-अपनी भूमिका में दायित्वों को समझा और आगामी निर्वाचन की तैयारियों में सक्रिय सहयोग देने का आश्वासन दिया।
एक सशक्त लोकतंत्र की ओर कदम
बैठक में डीएम वर्षा सिंह ने कहा कि:
"लोकतंत्र की असली ताकत तभी मानी जाएगी जब समाज का हर वर्ग – चाहे वह दिव्यांग हो, बुजुर्ग हो या कोई अन्य — मतदान प्रक्रिया में समान रूप से भाग ले सके।"
उन्होंने यह भी कहा कि सभी संबंधित विभागों को समन्वय और तत्परता के साथ कार्य करना होगा ताकि वैशाली जिले में निर्वाचन पूरी तरह सुलभ और समावेशी हो सके।
वैशाली जिला प्रशासन द्वारा विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों के तहत दिव्यांग मतदाताओं की सुलभ भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित यह बैठक एक महत्वपूर्ण और सराहनीय प्रयास है। बैठक में लिए गए निर्णय और दिए गए निर्देश अगर समय पर और प्रभावी ढंग से लागू होते हैं, तो यह निश्चित रूप से वैशाली जिले को राज्य के सर्वश्रेष्ठ सुलभ निर्वाचन जिला के रूप में स्थापित कर सकता है।
Writen by RUPESH KUMAR SINGH DIRECTOR SGNEWS OFFICIAL


